सेब बागवानों को प्रति बॉक्स 500 से 1000 रुपए का नुकसान

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शिमला जिले की पराला मंडी में बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी की मौजूदगी में बागवान जोरदार हंगामा कर रहे हैं। यहां सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है। यह प्रदर्शन पेटी में 24 किलो सेब भरने और दो किलो की काट की वजह से किया जा रहा है। बागवानी मंत्री आज पराला में निर्माणाधीन प्रोसेसिंग यूनिट के निरीक्षण को पहुंचे हैं। इस दौरान बागवानों ने उन्हें घेर लिया और 24 किलो की पैकिंग के निर्णय को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि इससे कई बागवानों को प्रति पेटी 500 से 1000 रुपए का नुकसान हो रहा है।

दरअसल, हिमाचल सरकार ने प्रदेश की मंडियों में पहली बार सेब को किलो के हिसाब से बेचने और प्रति पेटी अधिकतम 24 किलो भरने का निर्णय लिया है। मगर, कुछ बागवान इसका विरोध कर रहे हैं और प्रति पेटी अभी भी 25 से 32 किलो सेब भरकर मंडी में ला रहे है। ऐसे बागवानों को रेट 22 किलो के हिसाब से मिल रहे हैं, क्योंकि दो किलो की पेटी की काट जा रही है और 24 किलो से ज्यादा भार का सेब नहीं बेचने की सरकार ने हिदायत दे रखी है। इससे बागवानों को एक पेटी के पीछे ही कई बार 1000 रुपए तक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

कोटखाई के बागवान सन्नी गांगटा ने बताया कि मंडियों में बागवानों से लूट की जा रही है। इसलिए 24 किलो की पैकिंग का निर्णय वापस लिया जाए। सेब उत्पादक संघ ठियोग के अध्यक्ष एवं बागवान महेंद्र वर्मा ने बताया कि 24 किलो की शर्त के कारण बागवानों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार ने बागवानों को उलझाकर रख दिया है, जबकि बागवान बार-बार यूनिवर्सल कार्टन की मांग कर रहे हैं। यदि यूनिवर्सल कार्टन लागू किया जाता तो यह समस्या नहीं होती क्योंकि यूनिवर्सल में प्रति पेटी 20 किलो से ज्यादा सेब नहीं भरा जा सकता।

संयुक्त किसान मंच के अध्यक्ष संजय चौहान ने सरकार से इस विवाद को खत्म करने के लिए यूनिवर्सल कार्टन लागू करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि 24 किलो पैकिंग के निर्णय का बागवान शुरू से ही विरोध कर रहे हैं। इसकी आड़ में आढ़ती बागवानों के साथ मंडियों में लूट कर रहे है। प्रोग्रेसिव ग्रोवर हरि चंद रोच ने बताया कि सरकार के 24 किलो के निर्णय की वजह से आज मंडियों में विवाद हो रहा है। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सल कार्टन लागू करने से यह विवाद खुद खत्म हो जाएगा। हिमाचल प्रदेश आढ़त एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश ठाकुर ने बताया कि आढ़ती सरकार की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। सरकार ने पेटी में 24 किलो से ज्यादा सेब नहीं बेचने की हिदायत दे रखी है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक