सीमा विवाद पर बोले राजनाथ: चीन ने कई बार स्टेटस बदलने का प्रयास किया, हमारे जवानों ने इसे असफल किया
भारत-चीन सीमा विवाद पर आज लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लद्दाख जाकर पीएम नरेंद्र मोदी ने जवानों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने यह संदेश भी दिया था वह हमारे वीर जवानों के साथ खड़े हैं। सीमा विवाद एक गंभीर मुद्दा है। दोनों देश शांति पर सहमत हैं। शांतिपूर्ण बातचीत से ही हल निकलेगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन ने कई बार स्टेटस बदलने का प्रयास किया, हमारे जवानों ने इसे असफल कर दिया। गलवान घाटी में हुए संघर्ष में चीन को काफी नुकसान हुआ है।
बता दें कि राजनाथ की हाल में मास्को में चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगहे के साथ मुलाकात हुई थी। कुछ दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर की भी चीन के उनके समकक्ष वांग यी के साथ मुलाकात हुई थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी वांग यी से दो टूक में कहा था कि जब तक LAC पर शांति नहीं होती और चीनी सैनिक पीछे नहीं हटते तब तक दोनों देशों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं हो सकते।
राजनाथ सिंह ने बताया, ”चीन ने एलएसी और आंतरिक क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सेना की तैनाती की है और हथियार इकट्ठा किए हैं। पूर्वी लद्दाख, गोगरा, कोंगका ला, पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण बैंकों में कई फ्रिक्शन प्वाइंट हैं। भारतीय सेना ने भी इन क्षेत्रों में भारी तैनाती की है।” सिंह ने कहा कि हमारे जवानों का हौसला बुलंद है, इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए।
रक्षा मंत्री ने कहा कि यह सदन अवगत है चाईना, भारत की लगभग 38,000 स्क्वायर किलोमीटर भूमि का अनधिकृत कब्जा लद्दाख में किए हुए है। इसके अलावा, 1963 में एक तथाकथित बाउंडरी एग्रीमेंट के तहत, पाकिस्तान ने PoK की 5180 स्क्वायर किलोमीटर भारतीय जमीन अवैध रूप से चाईना को सौंप दी है। यह भी बताना चाहता हूँ कि अभी तक भारत-चीन के बॉर्डर इलाके में कॉमनली डेलीनिएटिड LAC नहीं है और LAC को लेकर दोनों की धारणा अलग-अलग है।