सरकार के खिलाफ 14 अक्तूबर को सड़कों पर उतरेंगे पेंशनर
आर्थिक तंगी से जूझ रही हिमाचल प्रदेश सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब राज्य के पेंशनरों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। समय पर पेंशन न मिलने, 2016 से एरियर का भुगतान लंबित रहने, महंगाई भत्ता (DA) न मिलने और मेडिकल बिलों का न होने से नाराज पेंशनरों ने बड़ा आंदोलन शुरू करने की रणनीति बना ली है।
शिमला में हुई बैठक के बाद ज्वाइंट पेंशनर फ्रंट हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष आत्मा राम शर्मा ने कहा कि पेंशनरों को महीनों से पेंशन का इंतजार करना पड़ रहा है। 2016 से नए वेतनमान का एरियर अटका हुआ है और करोड़ों रुपये के मेडिकल बिलों का भुगतान भी नहीं हुआ है। महंगाई भत्ता 16 प्रतिशत बकाया है। सरकार ने मई में 3 फीसदी DA देने की घोषणा की थी, लेकिन आज तक इसे लागू नहीं किया गया।
आत्मा राम शर्मा ने कहा कि बार-बार मांगपत्र देने के बावजूद सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे पेंशनरों में गहरी नाराजगी है। इसी के चलते 14 अक्टूबर को पेंशनर शिमला में सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे।
इसी बीच, ज्वाइंट एक्शन कमेटी हिमाचल प्रदेश नामक पेंशनरों का एक अन्य गुट भी इन्हीं मुद्दों पर लामबंद हो गया है। कमेटी ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे 17 अक्टूबर को धरना-प्रदर्शन करेंगे। अब देखना होगा कि सरकार पेंशनरों की इन मांगों को मानती है या आने वाले दिनों में यह आंदोलन और उग्र रूप लेता है।