समाज के मार्गदर्शक के लिए स्व-नियमन आवश्यक – मनमोहन शर्मा

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उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि समाज का मार्गदर्शन करने वाले मीडिया के लिए स्व-नियमन आवश्यक है। मनमोहन शर्मा आज यहां राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आयोजित ज़िला स्तरीय कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
ज़िला स्तरीय कार्यक्रम में भारतीय प्रेस परिषद द्वारा आज के लिए सुझाए गए विषय ‘प्रेस का बदलता स्वरूप’ ‘Changing Nature of Press ’ पर सारगर्भित चर्चा की गई।
मनमोहन शर्मा ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का आधार है और स्वतंत्रता पूर्व के समय से लेकर आज तक मीडिया, समाज, सरकार एवं संस्थाओं को फीडबैक के माध्यम से सही राह दिखाने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि मीडिया के लिए संविधान प्रदत्त नियमावली के साथ-साथ स्वयं के लिए बनाए गए नियमों का पालन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सूचना के अति प्रवाह के वर्तमान समय में यह ज़रूरी है कि मीडिया ऐसे नियमों का पालन अवश्य करे जो देश, प्रदेश व समाज के हित में हों।


उपायुक्त ने कहा कि समाचार संप्रेषण के कार्य में विश्वास का होना आवश्यक है और उत्तरदायित्व की भावना के साथ की गई रिपोर्टिंग आमजन में विश्वास का संचार करती है। उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता का कार्य प्रकाशन से कहीं आगे बढ़कर डिजिटल हो गया है। आज लोगों को अपने मोबाइल पर सभी समाचार पलक झपकते ही प्राप्त हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर रिपोर्टिंग ने मीडिया के आयाम बदल दिए हैं।
मनमोहन शर्मा ने कहा कि कृत्रिम मेधा के आविर्भाव ने पत्रकारिता के समक्ष असीम सम्भावनाओं और चुनौतियों के द्वार खोल दिए हैं। उन्होंने कहा कि कृत्रिम मेधा जहां पत्रकारिता के कार्य को सुगम बना रही है वहीं भविष्य में इसके कारण मीडिया को अपनी विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए और अधिक सजग होकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि तकनीक वरदान के साथ-साथ अभिशाप भी बन सकती है। इससे सफलतापूर्वक निपटने के लिए अन्य क्षेत्रों की तरह मीडिया को भी तकनीक का गुलाम बनने से बचना होगा।


उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के विविध आयामों ने आज विश्व के वैश्विक ग्राम बनने की अवधारणा पुष्ट कर दी है।
उपायुक्त ने कहा कि मीडिया को यह सुनिश्चित बनाना होगा कि लोगों तक सत्य पहुंचे और समाचार एवं विश्लेषण स्टीकता की कसौटी पर खरे उतरें। उन्होंने कहा कि आम जनमानस मीडिया में अपना सच्चा मित्र तलाशता है और सही समाचार तथा उचित फीडबैक के माध्यम से मीडिया इस कसौटी पर खरा उतर सकता है। उन्होंने मीडिया कर्मियों से आग्रह किया कि प्रदेश एवं ज़िला के विकास के समाचारों के साथ-साथ जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी लोगों तक पहुंचाए।
वरिष्ठ पत्रकार एवं हिमालय डॉन समाचार पत्र के सम्पादक बलदेव चौहान ने कहा कि पत्रकारिता के लिए आज का समय तीव्रतम गति का है। उन्होंने कहा कि तकनीक ने आज मीडिया के कार्य में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है। उन्होंने पत्रकारिता में विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए आत्ममंथन की आवश्यकता पर बल दिया।
पत्रकार नरेश पाल ने कहा कि तकनीक के बढ़ते प्रयोग ने खोजी पत्रकारिता को कम कर दिया है। उन्होंने कहा कि आज रिपोर्टिंग आसान हुई है किंतु विश्वास की कमी बढ़ रही है। उन्होंने सभी पत्रकारों के हित में समावेशी मीडिया नीति बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।


पत्रकार विशाल वर्मा ने कहा कि मीडिया के लिए सर्वप्रथम नहीं अपितु पूर्ण रूप से स्टीक समाचार प्रदान करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को तकनीक के बेहतर उपयोग पर ध्यान देना होगा।
पत्रकार पवन ठाकुर ने कहा कि तकनीक की पहुंच ने आज जन-जन को पत्रकार बना दिया है। ऐसे में आवश्यक है कि व्यवसाय की शुचिता को ध्यान में रखते हुए योग्यता प्राप्त पत्रकार ही मीडिया के कार्य को आगे बढ़ाएं।
पत्रकार कीर्ति कौशल ने कहा कि मीडिया की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि युवा पत्रकार अपने वरिष्ठजनों का नियमित मार्गदर्शन प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि यह समय ‘लाईव’ का है और सभी पत्रकारों को परिवक्वता के साथ कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय के साथ पत्रकारों को भी बदलना होगा।


पत्रकार भूपेन्द्र ठाकुर ने कहा कि युवा पत्रकारों को विषय की गहन जानकारी प्राप्त करने का गुण अपनाना होगा ताकि लोगों तक तथ्यपरक एवं विस्तृत जानकारी पहुंचें।
पत्रकार मोहन चौहान ने कहा कि आज के सभी पत्रकारों को शब्द के महत्व को समझना होगा। यह ध्यान रखना होगा कि एक समाचार अनेक जीवन बचा सकता है।
पत्रकार मोहिनी सूद ने कहा कि तकनीक के नवीन साधनों ने हालांकि सूचना तक सभी की पहुंच सुनिश्चित बनाई है किंतु ‘ब्रेकिंग न्यूज़’ के चलन ने सूचना के सत्यापन के महत्व को कम किया है।


पत्रकार रीता ठाकुर ने कहा कि मीडिया के लिए शब्द संचयन एवं उचित जानकारी आज भी आवश्यक है। पत्रकार अमर सिंह ने कहा कि डिजिटल मीडिया ने समाचार संप्रेषण को सरल बना दिया है। पत्रकार राजेश ने निष्पक्ष पत्रकारिता और पत्रकार मदन लाल शर्मा ने तकनीक के माध्यम से मीडिया के सरलीकरण पर बहुमूल्य विचार प्रस्तुत किए। पत्रकार विवेक ने डिजिटल मीडिया से समाचार की सत्यता एवं निष्पक्षता बनाएं रखने का आह्वान किया।
इस अवसर पर विभिन्न समाचार पत्रों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के ब्यूरो प्रमुख तथा संवाददाताओं सहित सहायक लोक सम्पर्क अधिकारी रविन्द्र सभ्रवाल और युवा शर्मा एवं जिला लोक संपर्क अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक