सड़क हादसे में घायल व्‍यक्ति को अस्‍पताल पहुंचाने पर मिलेगी 5000 रुपये प्रोत्साहन राशि

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सरकार घायलों को अस्पताल या ट्रामा सेंटर पहुंचाने वाले व्यक्ति को 5000 रुपये प्रोत्साहन राशि देगी।

सड़क हादसों में लोगों की मौत न हो, इसके लिए अब सरकार घायलों को अस्पताल या ट्रामा सेंटर पहुंचाने वाले व्यक्ति को 5000 रुपये प्रोत्साहन राशि देगी। गुड समैरिटन (नेक आदमी) नामक योजना के तहत यह राशि व प्रमाण पत्र मददगार को मिलेगा। अक्सर देखा जाता है कि सड़क हादसों में कई लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल तक ले जाने के लिए एंबुलेंस का इंतजार किया जाता है। यह घायल का वह कीमती वक्त होता है, जिसमें अगर उसे समय पर अस्पताल पहुंचाया जाए तो उसकी जान बच जाती है, लेकिन देरी होने पर वह दम तोड़ देता है।

इसी बात को ध्यान में रखकर गुड समैरिटन योजना शुरू की गई है । इसमें घायलों के मददगार जो उनको अपने वाहन में अस्पताल लेकर जाएगा, उनका मनोबल बढ़ाएगा। वह इस प्रोत्साहन राशि का हकदार होगा। यह योजना 15वें वित्तीय वर्ष यानी 31 मार्च 2026 तक लागू रहेगी। यही नहीं किसी मरीज की आपात आपरेशन की स्थिति, दिमाग और हड्डी में लगी चोट के घायलों को भी अस्पताल पहुंचाने पर यह राशि मिलेगी।

कोई मददगार व्‍यक्ति घायल को अस्पताल लेकर जाएगा तो मौके पर मौजूद चिकित्सक व पुलिस टीम उसका नाम, पता, मोबाइल और किस तरह से उसने मदद की इसका पूरा रिकार्ड रखेंगे। इसके बाद इसकी एक कापी जिलास्तरीय कमेटी को भेजी जाएगी। जो उक्त मददगार को गुड समैरिटन होने की प्रोत्साहन राशि और प्रमाण पत्र देगी। अगर मददगार एक से अधिक होते हैं तो राशि बराबर बांटी जाएगी। यह नहीं अगर ज्यादा घायलों को अलग-अलग व्यक्ति बचाते हैं तो उनको भी अधिकतम 5000 रुपये की राशि मिलेगी।

10 गुड समैरिटन को मिलेगा राष्ट्रीय सम्मान

लोगों की मदद कर प्रोत्साहन राशि हासिल करने वाले दस लोगों को राष्ट्रस्तरीय सम्मान दिया जाएगा। इसमें प्रत्येक को एक लाख रुपये की राशि मिलेगी।

जिलास्तरीय मूल्यांकन कमेटी

जिला स्तरीय मूल्यांकन कमेटी में उपायुक्त अध्यक्ष होंगे। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सदस्य बनाए गए हैं।

प्रशासन को निर्देश जारी

एसडीएम मंडी रितिका जिंदल का कहना है केंद्र सरकार की गुड समैरिटन योजना के तहत हादसों में घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को 5000 रुपये प्रोत्साहन राशि व प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इस बावत आदेश प्राप्त हो गए हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक