हिमाचल प्रदेश के मनाली शहर से बर्फबारी की खूबसूरत तस्वीरें सामने आई हैं। बर्फ से लकदक पहाड़, सड़कों पर स्किड होती गाड़ियां और अप्रैल में दिसंबर-जनवरी जैसी ठंड ने नजारों को खूबसूरत बना दिया है। जो नजारें दिसंबर-जनवरी में देखने को मिलते थे, वे अप्रैल के महीने में नजर आ रहे हैं। सैलानी अटल टनल रोहतांग देखने के लिए पहुंचे, लेकिन वे टनल तक पहुंच नहीं पाए। ताजा बर्फबारी के चलते रास्ता ब्लॉक रहा, इसलिए टूरिस्टों ने मनाली में ही मस्ती की। मौसम के अचानक करवट बदलने से प्रशासन ने टनल सहित रोहतांग जाने पर रोक लगा दी है और पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी।
मनाली और लाहौल स्पीति का पर्यटन सीजन मई-जून में रहता है, मगर इस बार अप्रैल में बर्फबारी के कारण टूरिस्ट पहाड़ों का रुख कर सकते हैं। अगर मौसम अन्य राज्यों में भी ठंडा रहता है तो पर्यटकों की संख्या में भी कमी आएगी। मई-जून में देश के अनेक हिस्सों में गर्मी के कारण पर्यटक पहाड़ों में समय बिताने के लिए आते हैं । पहाड़ों में सर्दी का मौसम नवंबर से फरवरी तक का रहता है। 4 महीने ठंड से बचने के लिए लोगों ने इंतजाम किए होते हैं, मगर इस वर्ष ठंड का प्रकोप 7 महीने से ऊपर हो गया है। लोगों के किए इंतजाम भी कम पड़ गए हैं। लिहाजा लोग इंतजाम करने में जुट गए हैं, क्योंकि मई जून के बाद जुलाई में बारिश का मौसम शुरू हो जाएगा। पिछले 2 सालों से मौसम में काफी बदलाव आया है। कुदरत से किया खिलवाड़ नजर आने लगा है। गत वर्ष भी लाहौल स्पीति सहित ऊंचे क्षेत्रों में अप्रैल माह में बर्फबारी हुई थी, मगर ठंड का प्रकोप इतना अधिक नहीं था।
20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक