सख्ती के बाद हिमाचल-पंजाब सीमा पर लगी वाहनों की कतारें
श्रावण अष्टमी नवरात्र मेलों के दृष्टिगत हिमाचल-पंजाब सीमा पर प्रवेश द्वारों पर जिला प्रशासन की टीम कोविड नेगेटिव रिपोर्ट व दो वैक्सीन सर्टिफिकेट देखकर ही प्रवेश दे रही है। हालांकि प्रदेश सरकार ने इस फैसले पर अपनी स्थिति काफी समय पहले से साफ की हुई है। लेकिन बावजूद उसके पड़ोसी राज्यों से लोग हिमाचल में प्रवेश लेने के लिए आ रहे हैं और वहां बैठे कर्मचारी उन्हें रिपोर्ट न होने के कारण वापस भेज रहे हैं।
ये सिलसिला देर रात से चल रहा है। अधिकतर ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें सिर्फ एक वैक्सीन लगी है वो भी प्रदेश में प्रवेश करना चाह रहे हैं। लेकिन हिमाचल सरकार ने ये पहले से तय किया है कि दो वैक्सीन वालों को ही प्रदेश में प्रवेश करने दिया जाएगा।

सुबह से ही हिमाचल में प्रवेश करने वाले स्थानों पर भीड़ लगी हुई है। मारवाड़ी गगरेट और मैहतपुर में तो स्थिति और भी भयावह है। आज पहले दिन ही लम्बी लम्बी लाइन इस मार्ग पर सुबह से लगी हुई हैं और ऐसा माना जाता है कि ये भीड़ बढ़ सकती है। प्रशासन की तरफ से बेहद कमजोर तैयारी इन नवरात्रों को लेकर की गई है। फिलहाल वहां पर मात्र 2 पुलिस कर्मी तैनात है। ऐसे में कभी भी स्थिति विस्फोटक हो सकती है, क्योंकि श्रद्धालु वापस जाने को तैयार नहीं है। रात से ही कर्मचारियों से बहसबाजी का सिलसिला चला हुआ है।

हिमाचल में प्रवेश के 23 रास्ते मात्र ज़िला ऊना में हैं। लेकिन पुलिस मात्र 5 बॉर्डर पर ही तैनात है। गगरेट, मारवाड़ी, मैहतपुर ,पंडोगा और शंभु बैरियर ऐसे में आरटीपीसीर रिपोर्ट जांचने पर प्रवेश देना कैसे सार्थक होगा यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है। एसपी ऊना अर्जित सेन ने बताया फिलहाल उनके पास 290 लोग हैं जो तैनात कर दिए गए सोमवार शाम तक बटालियन आ जाएगी तब और फोर्स बढ़ा दी जाएगी।


