संजौली धरने में सरकार का प्रबंधन फेल, स्कूलों में करनी चाहिए थी छुट्टी : कश्यप

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शिमला शहर के बाद अब नगर निगम मंडी में भी अवैध निर्माण के आरोपों में घिरी मस्जिद के मामले ने तूल पकड़ लिया है

शिमला, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने शिमला ग्रामीण मे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाए जा रहे सदस्यता अभियान के अर्न्तगत नए सदस्यों को जोड़ते हुए कहा की भाजपा एक कार्यकर्ता आधारित राजनीतिक दल है।

उन्होंने कहा की हिमाचल सरकार और कांग्रेस पार्टी का प्रबंधन पूरी तरह से फेल साबित हुआ है। जिया प्रकार से कल शिमला में मस्जिद विवाद को लेकर संजौली में महा धरना हुआ उसमें सरकार का तंत्र पूरी तरह से फेल होता दिखाई दिया, प्रशासन द्वारा जनता को परेशान करने में कोई कमी नहीं छोड़ी गई। अगर प्रशासन को आभास था की इस प्रकार का प्रदर्शन संजौली में होने वाला है तो उन्होंने सभी स्कूलों में छुट्टी क्यों नहीं घोषित की ?
शिमला शहर के बच्चे प्रशासन रहे एयर प्रशासन की कमी के कारण बच्चों के मां।बाप भी परेशान रहे। अगर छुट्टी घोषित करदी होती तो कोई परेशानी नहीं होती।
कश्यप ने कहा की हिंदू संगठनों द्वारा किए गए धरने के लेकर पुलिस ने जिस प्रकार से प्रदर्शनकारियों पर लाठी बरसाने का काम किया वह निंदनीय है। वाटर गन का इसलेमत करने भी ठीक नहीं था, कई मासूम लोगों को चोटे भी पहुंची, एक महिला जो अपने घर जाना चाहती उसको को लाठी से मारा गया यह ठीक नहीं है। दुकानदारों को भी बिना मतलब परेशान किया गया, सोशल मीडिया और मीडिया पर भी उनके वीडियो काफी वायरल हो रहे है।

उन्होंने कहा की मस्जिद अवैध है तो सरकार को उसपर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। शिमला शहर के बाद अब नगर निगम मंडी में भी अवैध निर्माण के आरोपों में घिरी मस्जिद के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शिमला की तरह ही मंडी में भी लोग सडक़ों पर उतर आए हैं। मंगलवार को विभिन्न हिंदू संगठनों के सदस्यों ने अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर खूब प्रदर्शन किया। निगम कार्यालय के बाहर विभिन्न हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने हनुमान चालिसा का पाठ भी किया। अगर पूरे प्रदेश में इस प्रकार का वातावरण खड़ा हो रहा है तो सरकार को इस बारे में गंभीर चिंता करनी चाहिए ना को कुंभकर्ण की नीद सोना चाहिए।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक