Third Eye Today News

संकटमोचक बनी खाकी, पुलिस की दो रिजर्व बटालियन तैनात; ग्लेशियर और नाले करा रही पार

Spread the love

समुद्र तल से 18,570 फीट की ऊंचाई पर श्रीखंड महादेव की पवित्र यात्रा में इस बार खाकी श्रद्धालुओं के लिए संकटमोचक की भूमिका निभा रही है। हिमाचल पुलिस ने पहली बार श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए दो रिजर्व बटालियन तैनात की हैं। सिंहगाढ़ से लेकर पार्वती बाग तक पांच बेस कैंप स्थापित किए गए हैं। इनमें महिला आरक्षियों सहित 35 जवान सेवाएं दे रहे हैं। हिमाचल पुलिस की आईआरबीएन बनगढ़ और बस्सी के जवान श्रद्धालुओं के पंजीकरण से लेकर दर्शन तक में सहयोग दे रहे हैं।

सिंहगाढ़, थाचड़ू, कुन्छा, भीम डवारी और पार्वती बाग में स्थापित बेस कैंप में पुलिस टीमें तैनात की गई हैं। पार्वती बाग में नाला और झरना पार करवाने के लिए भी रस्सियां लगाई गई हैं। पुलिस जवानों को ग्लेशियर पार करवाने और श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन करने, आपात स्थिति में ग्लेशियर पर फिसलने या चोट लगने पर तुरंत सहायता प्रदान करने का जिम्मा सौंपा गया है। ग्लेशियर वाले संकरे रास्तों पर सुरक्षित आवागमन में भी पुलिस कर्मी भूमिका निभा रहे हैं।

जवान प्रशासन की ओर से उपलब्ध करवाए टैंट में ठहर रहे हैं, लंगर का खाना खा रहे हैं।  शनिवार को पार्वती बाग में तैनात पुलिस टीम ने राजस्थान के अलवर से आए श्रद्धालु को रेस्क्यू किया। 42 वर्षीय नंद किशोर ग्लेशियर पर रास्ता भटक गए थे। उन्हें बेस कैंप तक पहुंचाया।

श्रीखंड यात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मार्गदर्शन के लिए बटालियन से पुलिस जवानों की तैनाती की गई है। ग्लेशियर और नाले पार करवाने के अलावा रास्ता भटकने वाले यात्रियों को रेस्क्यू करने में भी पुलिस जवान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

किन्नौर कैलाश यात्रा फिर शुरू, 400 श्रद्धालु रवाना
बारिश के चलते एक दिन के लिए रोकी किन्नौर कैलाश यात्रा शनिवार को मौसम साफ होने पर एक बार फिर से शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने खराब मौसम को देखते हुए बेस कैंप तांगलिंग और गणेश पार्क में यात्रियों को ठहराया था। जिला प्रशासन ने इस यात्रा के लिए एक दिन में 350 लोगों को जाने की अनुमति दी है, लेकिन एक दिन यात्रा न होने से लोगों की संख्या को देखते हुए  50 अधिक लोगों को जाने की अनुमति दी गई। उधर, एसडीएम अमित  अमित कल्थाईक ने बताया कि मौसम साफ होने पर यात्रा शुरू कर दी है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक