कल से शुरू हो रहे श्रावण अष्टमी मेलों को लेकर प्रशासन तैयार

कल यानी नौ अगस्त से शुरू हो रहे श्रावण अष्टमी मेलों को लेकर प्रशासन तैयार हो गया है। प्रशासन ने लोगों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए भी जरूरी कदम उठाए हैं। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि मंदिर स्थल से एक से दो किलोमीटर की दूरी के भीतर ही खुली जगह पर श्रद्वालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग, हेल्प डेस्क तथा पर्ची बनाने के लिए स्थान निर्धारित करने के निर्देश संबंधित एसडीएम, मंदिर अधिकारी तथा डीएसपी को दिए गए हैं। इसी स्थान पर श्रद्वालुओं के लिए पर्ची पंजीकरण कांउटर भी स्थापित करने के साथ साथ मंदिर में कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना के संबंध में नियमों को भी साइन बोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने वाले श्रद्वालुओं के लिए दर्शन स्लिप बनाई जाएगी उसके आधार पर ही मंदिर में दर्शन करने की अनुमति मिलेगी।

लंगरों पर रहेगा प्रतिबंध व आरती के समय प्रवेश रहेगा वर्जित

श्रावण अष्टमी नवरात्र के दौरान लंगरों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इसके साथ ही आरती के समय भी मंदिरों में प्रवेश पूर्णतय वर्जित है। मंदिरों के खुलने का समय प्रातः चार बजे से रात्रि दस बजे तक निर्धारित किया गया है। श्रद्वालुओं को मंदिर में मूतियों को छूने तथा घंटियां इत्यादि बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है इसके साथ ही प्रवेश तथा निकासी द्वार भी अलग अलग निर्धारित किए गए हैं।