शिमला सैलानियों से पैक , 90 फीसदी तक पहुंची ऑक्यूपेंसी, 8000 से अधिक वाहनों ने किया प्रवेश

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हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के होटलों में वीकेंड पर सैलानियों का सैलाब उमड़ आया है। शहर के होटलों में शनिवार को ऑक्यूपेंसी 70 से 90 फीसदी तक पहुंच गई। कुछ होटल 100 फीसदी पैक हो गए। अगले हफ्ते के वीकेंड के लिए अभी से कुछ होटलों में 50 फीसदी तक बुकिंग हो चुकी है। शनिवार को  शहर की सबसे बड़ी लिफ्ट कार पार्किंग दोपहर ढाई बजे पैक हो गई जिसके बाद संचालकों को एंट्री प्वाइंट चेन लगाकर बंद करना पड़ा। शनिवार को रिज मैदान और मालरोड पर सैलानियों की खूब चहलपहल रही। शिमला के अलावा सैलानियों ने मशोबरा, नालदेहरा, कुफरी और नारकंडा का भी रुख किया।

शिमला में सैलानियों की भीड़।

कॉम्बरमेयर होटल के महाप्रबंधक पुरुषोत्तम राणा ने बताया कि शनिवार को होटल 100 फीसदी पैक रहा। होटल विलो बैंक फ्रंट ऑफिस के मैनेजर संजय शर्मा ने बताया कि शनिवार शाम तक ऑक्यूपेंसी  95 फीसदी पहुंचने की उम्मीद है। होटल मरीना के प्रबंधक सुनील चंदेल ने बताया कि शनिवार के लिए होटल 90 फीसदी बुक हैं। होटल रेडीसन के वाइस प्रेजीडेंट विकास कपूर ने बताया कि वीकेंड पर होटलों की आक्यूपेंसी 75 फीसदी है। कुफरी के गलू स्थित होटल स्टर्लिंग के ऑपरेशन मैनेजर जीआर शर्मा ने बताया कि वीकेंड पर होटल में 80 फीसदी आक्यूपेंसी रही।


ई-पास के अप्रूवल में  पेश आ रही दिक्कत

शहर के होटल कारोबारियों का कहना है कि सैलानियों को शिमला आने के लिए ई-पास अप्रूव करवाने में दिक्कत पेश आ रही है। कई बार दो से तीन दिन बाद पास अप्रूव हो रहे हैं। कुछ होटलों में सैलानियों के ई-पास अप्रूव न होने के कारण सैलानियों को एडवांस बुकिंग रद्द भी करवानी पड़ी है।

36 घंटे में शोघी बैरियर से 8000 वाहनों की शहर में एंट्री

बीते 36 घंटों में शहर के प्रवेशद्वार शोघी बैरियर से करीब 8000 वाहनों की शहर में एंट्री हुई है। डीएसपी ट्रैफिक शिमला अजय भारद्वाज ने बताया कि शुक्रवार 18 जून को सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक 3828 वाहन शोघी बैरियर से शिमला की ओर प्रविष्ट हुए। रात 8 से सुबह 8 बजे के बीच 326 वाहन और शनिवार सुबह 8 से शाम 8 बजे तक 3836 वाहनों शहर में प्रविष्ट हुए। शहर में पर्यटक वाहनों को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक