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शिमला में तड़के भूकंप के झटके, धरती के 10 किलोमीटर भीतर था केंद्र

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हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में शुक्रवार सुबह भूकंप के हल्के झटकों से लोग कुछ पल के लिए सहम गए। भूकंप सुबह 7 बजकर 2 मिनट पर महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, भूकंप का केंद्र शिमला जिले में 31.76 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.83 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था। इसकी गहराई जमीन की सतह से लगभग 10 किलोमीटर नीचे रही। हल्के झटकों के बावजूद राहत की बात यह रही कि किसी भी क्षेत्र से जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक यह भूकंप कम तीव्रता का था, इसलिए इसका प्रभाव सीमित दायरे में ही महसूस किया गया। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने भी पुष्टि की कि भूकंप के कारण शिमला व आसपास के क्षेत्रों में किसी प्रकार के नुकसान की रिपोर्ट नहीं आई है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों से हिमाचल के विभिन्न हिस्सों में हल्के भूकंप के झटके समय-समय पर महसूस किए जा रहे हैं, हालांकि इनमें भी कोई बड़ी क्षति नहीं हुई थी।

भूकंप के लिहाज से हिमाचल प्रदेश संवेदनशील क्षेत्रों में शामिल है। राज्य के अधिकांश भाग भूकंपीय जोन 4 और 5 में आते हैं, जहां भूकंप की आशंका बनी रहती है। इतिहास में वर्ष 1905 में कांगड़ा और चंबा जिलों में आए विनाशकारी भूकंप में 10 हजार से अधिक लोगों की जान चली गई थी।

इधर, प्रदेश भर में फिलहाल मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 3 नवम्बर से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, जिससे मौसम में बदलाव आएगा। इस दौरान पर्वतीय इलाकों में बारिश और ऊंची चोटियों पर बर्फबारी के आसार हैं। 4 और 5 नवम्बर को पहाड़ों पर बर्फ गिरने और मैदानी क्षेत्रों में वर्षा होने की संभावना जताई गई है, जिससे ठंड का असर बढ़ सकता है।

फिलहाल राज्य में धूप खिली हुई है, जबकि कुछ मैदानी क्षेत्रों में हल्का कोहरा देखा गया है। जनजातीय इलाकों में तापमान माइनस में चला गया है, जिससे ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक पूरे प्रदेश में मौसम के साफ रहने का पूर्वानुमान जारी किया है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक