शिमला में एक निजी फर्म में कार्यरत युवक-युवती की सड़क हादसे में मोैत, तीन दिन से थे लापता
राजधानी शिमला में एक निजी फर्म में कार्यरत युवक-युवती की सड़क हादसे में दर्दनाक मोैत हो गईं। हादसे का शिकार हुए ये दोनों तीन दिन से लापता थे। शिमला के सदर पुलिस स्टेशन में इनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी। परिजन व पुलिस इनकी तलाश में जुटे थे। ननखड़ी थाना अंतर्गत परमेश्वरी ढांक के पास क्षतिग्रस्त कार से इनके शव बरामद हुए हैं।

मृतकों की पहचान अंकुश शर्मा (28) पुत्र खेम चंद निवासी मोहाली पंजाब ओैर मोनिका (26) पुत्र लायक राम निवासी जारला तहसील टिक्कर जिला शिमला के रूप में हुई है ननखड़ी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक ये दोनों 28 अगस्त की शाम मोनिका ने अपनी बहन को फोन पर सूचित किया था कि वह अपने बाॅस अंकुश शर्मा के साथ उसकी कार में शिमला से अपने गांव जारला आ रही है। लेकिन देर रात वे जारला नहीं पहुंचे और बीच रास्ते में ही गायब हो गए।

ऐसे में अंकुश के परिजनों को सूचित किया गया और उन्होंने शिमला के सदर थाने में दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। मंगलवार देर शाम उनकी कार परमेश्वरी ढांक के पास दुर्घटनाग्रस्त मिली। कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिरी थी और इसमें सवार युवक-युवती की मौत हो चुकी थी।

डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि यह सड़क दुर्घटना का मामला है और चालक की लापरवाही से हादसा हुआ है। कार में सवार चालक अंकुश और मोनिका के शव बरामद कर लिए गए हैं। शवों को पोस्टमार्टम के उपरांत परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर भादंसं की धाराओं 279 व 304ए के तहत केस दर्ज कर जांच की जा रही है।


