शिमला: महाकाल मंदिर में ली समाधि के बहाने बाबा पहुँच गए उज्जैन, पुलिस जांच में खुली पोल

जिला शिमला के सुन्नी में पुलिस ने लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर रहे एक फर्जी बाबा का भंडाफोड़ किया है। यहाँ बसन्तपुर के चिलधार स्थित महाकाल मंदिर में देवेन्द्र नाथ नमक एक बाबा जो पिछले कुछ सालों से अपने चेलों संग डेरा जमाए हुए था मंदिर परिसर में भू-समाधि लेने के बाद अंतर्ध्यान हो गया। ये खबर जंगल में आग की तरह तेजी से फैली। जिसके बाद प्रशासन के खुफिया तंत्र को भी अचंभे में पड़ गए। मामला सुन्नी पुलिस के पास पहुंचा और तफ़्तीश में उसके अंतर्ध्यान होने का दावा झूठा निकला। पुलिस के मुताबिक तथाकथित बाबा समाधि से निकलकर उज्जैन चला गया था और इन दिनों भी उज्जैन में हैं। पुलिस के समक्ष यह राज़ बाबा के ही चेलों ने खोला। दरअसल बाबा के चमत्कार की खबर सुन आस- पास के लोग यहाँ जुटने शुरू हो गए। लेकिन पहले नवरात्रे को भू- समाधि लेने वाला बाबा रात के अंधेरे में वहाँ से निकाल कर उज्जैन निकल गया। वहीं बाबा के चेलों की तरफ से प्रचार किया जाने लगा कि भू-समाधि में जाने के बाद बाबा अंतर्ध्यान हो गए हैं। लेकिन जब तफतीश की गई और पुलिस ने चेलों से सख्ती से पूछा तो उन्होनें की बाबा के अंतर्ध्यान होने का भेद खोलते हुये उसके उज्जैन में होने की बात कही। पुलिस के मुताबिक तथाकथित बाबा समाधि से निकलकर उज्जैन चला गया था और इन दिनों भी उज्जैन में हैं। पुलिस के समक्ष यह राज़ बाबा के ही चेलों ने खोला। वहीं पुलिस ने लोगों से गुमराह न होने और अफवाहों पर ध्यान देने की अपील की है। डीएसपी शिमला दिनेश शर्मा में कहा कि छानबीन में 5 फुट गहरे गड्ढे में समाधि के निशान नहीं मिले हैं। तथाकथित बाबा के उज्जैन में होने की सूचना है। शिमला लौटने पर उनसे पूछताछ कर आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

