शिक्षक तैयार करेंगे माइक्रो प्लान, रोजाना हाजरी अनिवार्य नहीं, अलग सेक्‍शन के साथ सिट‍िंग प्‍लान भी बनेगा

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हिमाचल में 2 अगस्त से स्कूल नियमित कक्षाओं के लिए खुलेंगे। कक्षा 10, 11 और 12वीं के बच्चों की स्कूलों में नियमित कक्षाएं लगेगी, जबकि 5वीं और 8वीं के बच्चें परामर्श के लिए स्कूल आ सकेंगे। स्कूलों में छात्रों के आने के बाद संक्रमण न फैले इसके लिए शिक्षा विभाग ने स्कूलों को कोविड नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। निदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग डॉ. अमरजीत शर्मा की ओर से इस संबंध में सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापकों को सर्कुलर जारी कर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि स्कूल खुलने से पहले नियमित तरीके से सैनेटाइजेशन के कार्य को पूरा करें।

हिमाचल में 2 अगस्त से स्कूल नियमित कक्षाओं के लिए खुलेंगे।

कैंपस में बिना मास्क शिक्षक और छात्र किसी को भी नहीं आने दिया जाएगा। कैंपस में जगह जगह हाथ धोने के लिए साबून और सैनेटाइजर की व्यवस्था की जाएगी। शिक्षा विभाग ने छात्रों को बड़ी राहत दी है। इसके तहत यदि कोई छात्र 2 अगस्त के बाद स्कूल नहीं आना चाहता तो वह घर पर रहकर ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर सकता है। शिक्षा विभाग ने हाजरी की शर्त को अनिवार्य नहीं रखा है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह से पढ़ाई करवाई जाएगी।

स्कूलों में शारीरिक दूरी के नियमों की पालना के लिए क्लास में सिट‍िंग प्लान को बदला जाएगा। जिन कक्षाओं में बच्चें ज्यादा है वहां पर अलग से सेक्शन बनाया जाएगा।  यानि एक क्लास के सभी बच्चों को एक कमरे में बिठाने के बजाए अलग अलग कमरों बिठाया जाएगा। यह अस्थायी व्यवस्था होगी। स्कूलों में न तो प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा न ही खेलकूद होगी।

सोमवार से ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों छुट्टियां खत्म होने के बाद शिक्षक भी स्कूल आ गए हैं। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और मुख्य अध्यापकों को निर्देश दिए कि वह माइक्रो प्लान तैयार करें। इसके तहत दो अगस्त के बाद जब स्कूल में नियमित कक्षाएं लगेगी तो कैसे कोविड नियमों की पालना हो सकती है। इसका पूरा प्लान तैयार करने को कहा गया है। प्रधानाचार्य व मुख्य अध्यापक सभी शिक्षकों के साथ विचार विमर्श कर इस प्लान को तैयार करेंगे।

निदेशक उच्चतर शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा का कहना है 2 अगस्त से स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू होंगी। स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वह सैनेटाइजेशन का पूरा ध्यान रखें। स्कूलों को माइक्रो प्लान बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक