वीरभद्र सिंह के श्रंद्धाजलि कार्यक्रम में भाजपा नेताओं का ना आना हैरान करने वाला कदम

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राजगढ़ (पवन तोमर) 18 जुलाई :– प्रदेश के छः बार मुख्यमंत्री रहे राजा वीरभद्र सिंह के  निधन के उपरांत श्रधांजलि कार्यक्रमो एवं अस्थि विसर्जन कार्यक्रमो से जिला सिरमौर भाजपा नेताओं की दूरी हैरान करने वाली है।एक ओर जहां पूर्व मुख्य मंत्री शांता कुमार, प्रेम कुमार धूमल ओर वर्तमान मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के जीवन की घटनाओं को याद करते है, उनके निधन को प्रदेश को बड़ी क्षति बताते है वही जिला सिरमौर के भाजपा नेताओं के रवैये से आम जन हैरत में है।

यह बात जिला सिरमौर कांग्रेस प्रवक्ता दिनेश आर्य ने जारी प्रेस व्यान में लगाते हुए कहा कि जिला सिरमौर से मंत्री सहित भाजपा के तमाम विधायक और सरकार में सवैधानिक पदों पर तैनात नेताओं का जननायक वीर भद्र सिंह को श्रद्धांजलि तक न देना उनकी एक महान नेता के प्रति सोच को दर्शाता है।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित मुख्य मंत्री वीरभद्र सिंह को आदर्श नेता मानते हैं लेकिन जिला सिरमौर के भाजपा नेता न जाने किस सोच को लेकर चले है।

कहा कि हैरत तो यह भी है पूरे प्रदेश सहित जिला सिरमौर के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की अस्थि कलश पहुँचे ओर ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगो ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए जहां कुछ राजनीति से ऊपर उठकर आम लोगो ने उन्हें सिर्फ राजनीतिक व्यक्ति न मान कर एक महान सोच युक्त नेता माना और अपनी भावनाओं के अनुरूप पुष्पांजलि दी।

लेकिन कहीं पर भी भाजपा  इन सेवको के मन मे ऐसा विचार नही आ सका।

जो बड़े दुख और खेद का विषय है।

उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है जिला सिरमौर के इन नेताओं में सिर्फ अपनी पार्टी तक ही सीमित सोच है जिससे वह बाहर नही निकल पाए और आधुनिक हिमाचल के निर्माता को भी  राजनीतिन आईने से ही देखते रह गए।

जिसकी जिला में आम जन मानस चर्चा कर रहा है।और सिरमौर के भाजपा के बड़े नेताओं की सोच के प्रति हैरत में है।

यही नही भाजपा के विधायक और पदों पर आसीन नेता इस बीच कई स्थानों पर कार्यक्रमो में भाग लेते दिखे। जहां काफी मात्रा में आम लोग भी होते थे लेकिन मजाल की किसी नेता की जुबान भी फिसल जाए और वीरभद्र सिंह के प्रति दो शब्द भी बोल दे।

6 बार मुख्य मंत्री होने के चलते ही नही वीरभद्र सिंह उनके जन कार्यो,जरूरत मंदो की मदद, समाज के हर तबके के प्रति समान लगाव,क्षेत्र वाद,जाती वाद की राजनीति से अलग समूचे प्रदेश का एक समान विकास करने वाले नेता के रूप में जाना जाता रहा है। प्रथम मुख्य मंत्री हिमाचल निर्माता डॉ यशवंत सिंह परमार के बाद हिमाचल में यदि किसी को जननायक माना जाता है तो वह वीरभद्र सिंह है।हर राजनीतिक पार्टी के लोग लोग उन्हें बेपनाह इज्जत ओर और प्यार देते रहे हैं।

पूरे प्रदेश की जनता उनके जाने से गमगीन है लेकिन जिला सिरमौर  हिमाचल निर्माता डॉ परमार की  मातृ भूमि के कर्णधार भाजपा नेता किस  मुगालते में रह गए।उन्हें जनता को जवाब देना चाहिये। अन्यथा जनता समयनुसार उनकी इस करनी की सजा जरूर देगी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक