हिमाचल प्रदेश विधानसभा के कल यानी सोमवार से शुरू होने जा रहे मानसून सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहेगी। विधानसभा सत्र के दौरान पहली बार ड्रोन से नजर रखी जाएगी। मानसून सत्र के दौरान कुल 10 बैठकें आयोजित होंगी, जिसमें से दो गैर सरकारी दिवस भी होंगे।
प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। विधानसभा में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों की गणना भी की जाएगी। कोरोना काल के दौरान हो रहे विधानसभा सत्र के लिए निर्धारित नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा। सभी मुख्य द्वारों पर स्कैनिंग की व्यवस्था होगी और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था और लोगों की आवाजाही पर नजर रखी जाएगी।
विधानसभा के मानसून सत्र के लिए कुल 858 प्रश्न आए हैं, जिनमें से 618 अतारांकित और 235 तारांकित प्रश्न हैं। नियम 51 के तहत 4, नियम 134 के तहत सात प्रस्ताव आए हैं। कोरोना काल के दौरान पहली बार होगा जब लोग विधानसभा की कार्यवाही को देख सकेंगे। एक दिन में 40 पास जारी करने का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों से मिलने आने वालों के लिए एक नोडल अधिकारी को लगाया गया है, जो सारी व्यवस्था को देखेगा। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने बताया कि रविवार को ही सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें विधि मंत्री सुरेश भारद्वाज विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री मुख्य सचेतक विक्रम जरियाल उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी, माकपा विधायक राकेश सिंघा मौजूद थे और उनसे सहयोग मांगा गया है।
खालिस्तान आतंकवादियों की ओर से धमकी मिलने के बाद सरकार की ओर से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। खालिस्तान आतंकियों ने सीएम जयराम ठाकुर को 15 अगस्त को तिरंग न फहराने की धमकी दी है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें कड़ा संदेश दिया हैै। इस मामले के बाद सुरक्षा एजेंसियां भी पूरी तरह से सतर्क हो गई हैं।
20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक