Third Eye Today News

विधानसभा की कार्यवाही देखने पहुंचे 200 से अधिक छात्र-छात्राएं

Spread the love

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार का दिन विद्यार्थियों के लिए विशेष रहा। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला परछोड़, बनेटा, समोट (भटियात) तथा पंडित संत राम राजकीय महाविद्यालय बैजनाथ, जिला कांगड़ा के 200 से अधिक छात्र-छात्राएं आज विधान सभा पहुंचे और सदन की कार्यवाही का प्रत्यक्ष अवलोकन किया।

कार्यवाही शुरू होने से पूर्व विद्यार्थियों ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से मुलाकात की और संसदीय प्रणाली, संवैधानिक ढांचे, स्पीकर की भूमिका, सदन संचालन की प्रक्रिया तथा मंत्रिमंडल की शक्तियों से जुड़े अनेक प्रश्न पूछे। विधानसभा अध्यक्ष ने सभी प्रश्नों का विस्तार पूर्वक और सरल भाषा में उत्तर देते हुए छात्रों का मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल भी मौजूद रहे।

     छात्रों के उत्साह और जिज्ञासा को देखकर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह अत्यंत सुखद और प्रेरक संकेत है कि आज के छात्र और युवा संसदीय प्रणाली तथा लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को समझने में रुचि ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यही भारत के लोकतंत्र की सबसे बड़ी शक्ति है और यही कारण है कि हमारा लोकतांत्रिक ढांचा विश्व में सबसे मजबूत और सफल माना जाता है।

    पठानिया ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा और विधानसभा लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर हैं, जहां देश और प्रदेश की दिशा और नीतियां तय होती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि संविधान में कानून बनाने का अधिकार केवल संसद और विधानसभाओं को प्राप्त है। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि लोकसभा और विधानसभा के सदस्यों का चुनाव सीधे जनता द्वारा किया जाता है और दोनों सदनों का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है, जबकि राज्यसभा और विधान परिषद के सदस्यों का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से किया जाता है।

       उन्होंने यह भी कहा कि देश की आजादी और आज के लोकतांत्रिक ढांचे का श्रेय हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को जाता है, जिनकी कुर्बानियों के कारण आज हम स्वतंत्र हैं और अपने अधिकारों की बात कर सकते हैं। पठानिया ने विद्यार्थियों को सदन की कार्यवाही की रूपरेखा समझाई और उन्हें आज होने वाली कार्यवाही में सम्मिलित होकर सीखने का अवसर लेने के लिए आमंत्रित किया। अंत में विधानसभा अध्यक्ष ने सभी छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उन्हें शुभकामनाएं देते हुए कहा कि युवाओं की यह बढ़ती रुचि ही लोकतंत्र को और मजबूत बनाती है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक