वास्तविक नियंत्रण रेखा में कोई भी बदलाव स्वीकार नहीं- जनरल बिपिन रावत
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच वास्तविक सीमा रेखा (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। CDS ने शुक्रवार को नेशनल डिफेंस कॉलेज द्वारा आयोजित डायमंड जुबली वेबिनार को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होनें कहा कि भारतीय बलों की प्रतिक्रिया के चलते चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को लद्दाख में अपने दुस्साहस के लिए ‘अप्रत्याशित परिणामों’ का सामना करना पड़ा। हमारी पोजीशन पर कोई सवाल नहीं है। हम वास्तविक नियंत्रण रेखा में किसी भी बदलाव को स्वीकार नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि भारत और चीन ने मई में शुरू हुए लद्दाख में गतिरोध को हल करने के लिए सात दौर की सैन्य वार्ता की है। यह गतिरोध जून में तब और बढ़ गया जब गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ शारीरिक संघर्ष में देश के 20 जवानों की मौत हो गई थी। उन्होंने भारतीय सेना की आत्मनिर्भरता पर जोर दिया। सीएडीएस ने कहा, ‘जैसे-जैसे भारत का कद बढ़ रहा है उसी अनुपात में हमारी सुरक्षा चुनौतियां भी बढ़ेंगी। हमें अपनी सैन्य आवश्यकताओं के लिए राष्ट्रों पर प्रतिबंधों या निर्भरता के निरंतर खतरे से बाहर निकलना चाहिए।