वायुसेना के लड़ाकू विमानों के बेड़े में शामिल हुआ राफेल
चीन के साथ सीमा पर चल रहे विवाद के बीच आज भारत ने बहुप्रतिक्षीत अत्याधुनिक फाइटर जेट राफेल को औपचारिक रूप से वायुसेना के लड़ाकू विमानों के बेड़े में शामिल कर लिया है। इस दौरान राफेल, स्वेदशी विमान तेजस और सारंग एयरोबेटिक टीम अपनी करतबाजी दिखाई। राफेल विमान को पारंपरिक तरीके से वाटर कैनन की सलामी भी दी गई। इस अवसर पर अंबाला एयरबेस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ खुद फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फरोरेंस पार्ले भी मौजूद रहीं। हरियाणा के अंबाला स्थित वायु सेना स्टेशन में एक शानदार समारोह में यह विमान वायु सेना के गोल्डन एरो स्कवाड्रन का हिस्सा बना। इस मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं ऐतिहासिक 17 स्कवॉड्रन को विशेष बधाई देना चाहूंगा। भारतीय पराक्रम के इतिहास में आपका नाम चमकीले अक्षरों में दर्ज़ है। राफेल ‘गोल्डन ऐरोज़’ को नई चमक देगा। आप सभी राफेल, यानि ‘तूफ़ान’ की तरह गतिशील रहकर देश की ‘अखंडता’ और ‘संप्रभुता’ की रक्षा करते रहें। उन्होंने कहा कि बदलते समय के साथ हमें खुद को तैयार रखना होगा, राष्ट्रीय सुरक्षा प्रधानमंत्री मोदी के लिए बड़ी प्राथमिकता है। आपको बता दें कि फ्रांस से 29 जुलाई को पांच राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुंचे थे, लेकिन आधिकारिक रूप से ये आज वायुसेना में शामिल हुए हैं। इस दौरान अंबाला के एयरबेस पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया भी मौजूद रहे। वायुसेना को फ्रांस से कुल 36 लड़ाकू विमान मिलने हैं, जिनकी पहली किस्त में पांच विमान मिले हैं।



