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वन प्रशिक्षण संस्थान चायल में उप वन राजिकों के 15 वें सत्र के दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया

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वन प्रशिक्षण संस्थान चायल में उप वन राजिकों के 15 वें सत्र के दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया गया। टी वेंकटेशन, भा.व.से. निदेशक वन प्रशिक्षण संस्थान चायल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में हितेन्द्र शर्मा, हिप्र.व.से, श्री विनोद कुमार शर्मा, हिप्र.व.से (सेवा निवृत) उपस्थित रहे। सर्वप्रथम हितेन्द्र शर्मा,  संयुक्त निदेशक वन प्रशिक्षण संस्थान चायल ने मुख्य अतिथि महोदय का स्वागत किया तथा संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। मंच संचालन का कार्य मोहित दत्ता सहायक निदेशक ने किया।


7 वन वृतों शिमला, मण्डी, धर्मशाला, हमीरपुर, वन्यप्राणी कुल्लू, वन्यप्राणी हमीरपुर व वन प्रशिक्षण संस्थान सुन्दरनगर के सभी 19 प्रशिक्षणारथिओं ने सफलता पूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण किया एवं सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र वितरित किये गए। विशेष योग्यता प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले प्रशिक्षुओं के नाम निम्नलिखित हैं।


प्रथम तीन स्थान पर क्रमशः सर्व श्री जीत सिहं, वन प्रशिक्षण संस्थान सुन्दरनगर के उप वन राजिक, अरविन्द कुमार नाचन वन मण्डल के उप वन राजिक व प्रकाश चन्द मण्डी वन मण्डल के उप वन राजिक रहे। दौेड़ प्रतियेागिता में प्रथम तीन स्थान पर क्रमशः सर्व श्री अरविन्द कुमार नाचन वन मण्डल के, रमेश चन्द वन्यप्राणी कुल्लू के एवं योगेन्द्र मेहता चौपाल वन मण्डल के रहे। अन्त में 15वें सत्र का हरफनमौला प्रशिक्षु का पुरस्कार श्री जीत सिहं वन प्रशिक्षण संस्थान सुन्दरनगर को दिया गया।

मुख्य अतिथि ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में सभी प्रशिक्षुओं को शुभकामनाऐं दीं तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। प्रशिक्षुओं को अपने कार्य क्षेत्र में जाकर प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त किए ज्ञान को समुचित रूप में जनता के लाभ के लिए नियम एवं कानून का पालन करते हुए प्रयोग करने पर बल दिया। इस समारोह में मुख्य रूप से सर्व  विनोद कुमार शर्मा , हितेन्द्र शर्मा, मोहित दत्ता, इन्द्र सिंह वर्मा, वन राजिक, ओम प्रकाश, उप-ंवन राजिक, प्रदीप कुमार, अधीक्षक, प्रवीण कुमार, कनिष्ठ सहायक, बन्धु शर्मा, सुमेश राज, अकुंश शर्मा, वैशाली ठाकुर, वन रक्षक तथा अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक