लखविंदर राणा व पवन काजल के जाने से कौन खुश कौन नाराज
कल शाम को सभी ने खबर को प्रमुखता से अपने अपने पोर्टल पर स्थान दिया कि कांग्रेस के दो नेता भाजपा में शामिल हो सकते है। लेकिन थर्ड आई टुडे ने कल सुबह ही सबसे पहले इसकी जानकारी अपने पाठकों को दे दी थी। लखविंदर राणा व पवन काजल अब भाजपा के कभी भी हो सकते है ये पक्का है लेकिन भाजपा में जाने का ठीकरा ये किस नेता पर फोड़ेंगे अब ये देखना होगा। हमने ये भी सुबह ही बता दिया था कि हिमाचल शीर्ष नेतृत्व की नाराजगी के चलते ये सब हुआ है।
नालागढ़ में राजनीति का खेला लखविंदर को पसंद नही आ रहा था और इसको लेकर उनकी शिकायतों को तवज्जो नहीं देने के चलते ये सब हुआ हुआ होगा ये भी मुख्य कारण रहा होगा। यही हाल काजल का रहा, लेकिन दिलचस्प मोड़ तो थोड़े दिन में आएगा जब टिकट की बात आएगी। अभी चाहे दोनों ये बोल दे कि हम बिना शर्तों के शामिल हो रहे है लेकिन चुनावी बेला में बिना शर्तों के कोई शामिल ही नहीं होता ये भी सब जानते है।
नालागढ़ में आशुतोष वैद्य, केएल ठाकुर की अगली रणनीति क्या रहेगी ये भी अब देखना होगा।
इतना जरूर जहां कांग्रेस के टिकट के चाहवान उनके जाने से खुश होंगे वहीं भाजपा में जरूर चाहवानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें जरूर पड़नी शुरू हो गई होंगी।
इधर चला में उधर चला में अब कांग्रेस क्या करती है देखने लायक होगा क्योंकि महेंद्र सिंह ठाकुर और सुक्खू की मीटिंग भी अब चर्चा में है।