रोजगार कार्यालय के कर्मचारियों का गया रोजगार ,भटक रहे है बेरोजगार
जिला रोजगार कार्यालय में बेरोजगार हुए कर्मचारियों को देखकर अपना पंजीकरण करवाने आ रहे बेरोजगार भी हैरान परेशान है। बेरोजगारों का मानना है कि जो विभाग अपने कर्मचारियों को ही रोजगार देने में असमर्थ साबित हो रहा है तो उस से उन्हें रोजगार देने की उम्मीद रखना थोडा बेईमानी है। यह स्थिती जिला सोलन के पांच रोजगार कार्यालयों की हो गई है।
जहां पर कर्मचारियों के पहले से ही 80 फीसदी पद खाली चले हुए थे और अब 11 आउट सोर्स कर्मचारियों की जाने के बाद समस्यां और बढ गई है। उल्लेखनीय है कि जिला रोजगार कार्यालय में कार्यरत डाटा एंट्ी पर रखे 11 आउटसोर्स कर्मचारियों का अनुबंध नवीनीकरण ना होने के चलते उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया है। जिस से स्थिती यह हो गई है कि रोजगार कार्यालय में मौजूदा स्टाफ काम का इतना बोझ बढ गया है कि बेरोजगारो को बेरोजगारी भत्ते के लिए भी भटकना पड रहा है।
जिला कार्यालय में ही स्टाफ के नाम पर अब दो कर्मचारी ही रह गये है जो जब्किी कसौली कार्यालय में तो ताला लगने की नौबत आ गई है। अर्की , बद्दी, नालागढ़ में भी कुछ इसी तरह की स्थिति बनीं है। वहीं रोजगार अधिकारी भी यहा प्रतिनियुक्ति पर जिला रोजगार कार्यालय में तैनात है जो कि अधिकतर नाहन में रहते है । जिस से इस कार्यालय की स्थिती पूरी तरह से दयनीय है।
जिला रोजगार कार्यालय में अपना कार्य करवाने आये तराना व आरती ने बताया कि जब वह रोजगार कार्यालय में अपना कार्य करवाने आये तो वहां पर एक भी डाटा एंट्री ऑपरेटर नहीं मिला तो उन्हें स्वयं ही ऑन्लाईन अप्पलाई करने को कहा गया ।