राज्य सहकारी बैंक गड़बड़झाले में विजिलेंस ने की कार्रवाई
राज्य सहकारी बैंक में गड़बड़झाले के आरोप में विजिलेंस ने बैंक के निदेशकों और अधिकारियों से लंबी पूछताछ की। वहीं, बैंक में तैनात अधिकारियों का कहना है कि बैंक भर्ती में कोई भी गड़बड़झाला नहीं हुआ है। यह बैंक के खिलाफ साजिश है।राज्य सहकारी बैंक में गड़बड़झाले के आरोप में विजिलेंस ने बैंक के निदेशकों और अधिकारियों से लंबी पूछताछ की। इसके बाद बैंक का रिकॉर्ड कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। बीते सोमवार को भी विजिलेंस की टीम ने बैंक आकर कुछ दस्तावेज विजिलेंस कार्यालय भेजने को कहा था।हालांकि बैंक में तैनात अधिकारियों का कहना है कि बैंक भर्ती में कोई भी गड़बड़झाला नहीं हुआ है। यह बैंक के खिलाफ साजिश है। अधिकारियों ने कहा कि विजिलेंस ब्यूरो मामले की जांच कर रहा है और बैंक के कर्मचारी और अधिकारी जांच में पूरा सहयोग दे रहे हैं। बैंक के अधिकारी खुद विजिलेंस को रिकाॅर्ड उपलब्ध करवा रहे हैं। बैंक के निदेशक पवन चौहान ने विजिलेंस को दी गई शिकायत में अपने ही राज्य सहकारी बैंक की कार्यप्रणाली पर आरोप लगाए हैं।उन्होंने विजिलेंस को दी गई शिकायत में कहा है कि बैंक अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने भर्ती में गड़बड़झाला किया है और अन्य अनियमितताएं बरतने के भी कई आरोप लगाए हैं। विजिलेंस में शिकायत करने के बाद मामला प्रदेश सरकार के ध्यान में लाया गया। इसके बाद सरकार ने इस मामले में विजिलेंस को जांच करने की अनुमति दी। अब विजिलेंस ब्यूरो बैंक अधिकारियों से पूछताछ करने में लगा है। इसमें बैंक निदेशक सहित अधिकारियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच चल रही है। इसके बाद मामला सरकार को भेजा जाना है।
उधर, शिकायतकर्ता बैंक निदेशक पवन चौहान ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक को उनके पदों से हटाने की मांग की है, ताकि जांच प्रभावित न हो। ऐसा करने से सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति में जनता का विश्वास और मजबूत होगा।