राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने हनुमान जयंती पर जाखू मंदिर में की पूजा अर्चना
हनुमान जयंती के पावन अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अपनी धर्मपत्नी के साथ शिमला के प्रसिद्ध जाखू मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और भगवान हनुमान से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान मंदिर परिसर में विशेष पूजा का आयोजन किया गया, जिसमें राज्यपाल ने पूरे विधि-विधान से भाग लिया।
राज्यपाल ने इस मौके पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि हनुमान जी ऐसे अद्वितीय देवता हैं जो हर युग में विद्यमान हैं। उन्होंने कहा कि हनुमान जी में अपार शक्तियों के बावजूद भी अहंकार नहीं है, वे विनम्रता की मूर्ति हैं और श्रीराम के प्रति उनकी निष्ठा प्रेरणादायक है। “हनुमान जी को अपना इष्ट मानकर यदि कोई व्यक्ति जीवन में आगे बढ़ता है, तो उसका अहंकार स्वतः समाप्त हो जाता है।
राज्यपाल ने सनातन धर्म की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह एक ऐसी परंपरा है जो अनादि काल से चली आ रही है और आगे भी सदैव बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि “सनातन को मिटाने वाले खुद इतिहास से मिट गए। यूनान, रोम और मिश्र जैसी प्राचीन सभ्यताएं खत्म हो गईं, लेकिन सनातन धर्म आज भी पूरी मजबूती से खड़ा है। हिंदुस्तान को मिटाने की कोशिश करने वाले खुद समाप्त हो गए, लेकिन भारत और उसकी संस्कृति हमेशा जीवित रहेगी।”