राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने 11वीं हिमाचल पुलिस हाफ मैराथन को दिखाई हरी झंडी

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रविवार को हिमाचल प्रदेश पुलिस की ओर से 11वीं हाफ मैराथन का आयोजन किया गया। प्रदेश को नशा मुक्त बनाने का संदेश देते हुए प्रतिभागियों ने हाफ मैराथन में दौड़ लगाई। 21 किलोमीटर की ये हाफ मैराथन ऐतिहासिक रिज मैदान से शुरू होकर HIPA केंपस ढली पर समाप्त हुई। इस हाफ मैराथन का शुभारंभ करने पहुंचे प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने प्रदेशवासियों से पुलिस के इस कार्यक्रम में सहयोग देते हुए हिमाचल को नशा मुक्त बनाने के लिए काम करने का आह्वान किया। उन्होंने पंचायतों के स्तर पर नशा मुक्ति कार्यक्रम चलाने की भी बात कही।

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने हिमाचल पुलिस को बधाई देते हुए कहा कि वह दूसरी बार इस हाफ मैराथन का हिस्सा बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी आयु वर्ग के लोगों के साथ-साथ दिव्यांग जन तक इस हाफ मैराथन में शामिल होकर यह संदेश दे रहे हैं कि हिमाचल को नशा मुक्त होना ही चाहिए। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि इस मौके पर वह प्रदेशवासियों से भी अपील करते हैं कि गांव-गांव में लोगों को हिमाचल पुलिस की पहल का सहयोग देना चाहिए और हिमाचल में नशा मुक्ति के लिए अपने स्तर पर काम करना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि अब पंचायत स्तर पर भी नशा मुक्ति के लिए काम करने की जरूरत है। इसको लेकर उन्होंने पंचायती राज मंत्री से भी चर्चा की है ताकि पंचायती राज के माध्यम से लोगों को नशा मुक्ति के लिए काम करने के लिए जागरूक किया जाए।

इस दौरान हाफ मैराथन को लेकर जानकारी देते हुए शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोगों को ड्रग्स के प्रति जागरूक करने का है। नशे का प्रभाव जिस तरह से बढ़ता जा रहा है ऐसे में युवाओं और हर आयु वर्ग के लोगों में जागरूकता लाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हर आयु वर्ग के लोग इस हाफ मैराथन में हिस्सा ले रहे हैं। 21 किलोमीटर लंबी इस मैराथन की शुरुआत रिज मैदान से हुई और मैराथन का अंतिम छोर HIPA केंपस पर जाकर होगा। संजीव कुमार गांधी ने बताया कि इस दौड़ में करीब 2000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया है। उन्होंने कहा कि नशे के दुष्परिणामों को देखते हुए आज हर व्यक्ति ड्रग्स की बढ़ती समस्या को लेकर चिंतित है। ऐसे में इसी उम्मीद के साथ इस हाफ मैराथन का आयोजन किया गया है कि लोग केवल दौड़ में नहीं बल्कि नशा मुक्ति में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक