रणधीर ने मांगा मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का इस्तीफा
भाजपा प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से मुख्यमंत्री सुक्खू एवं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का इस्तीफा मांगा।
रणधीर शर्मा ने कांग्रेस के संविधान बचाओ अभियान के अंतर्गत बिलासपुर में हुई बैठक एवं बैठक में हुए हंगामे को लेकर कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि बिलासपुर की बैठक में जिस प्रकार की कांग्रेस पार्टी की अंतर्कलह जनता के समक्ष निकाल कर आई उससे लगता है कि पूरे प्रदेश में संविधान बचाव नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी बचाओ अभियान चल रहा है और उसमें भी यह पार्टी पूरी तरह विफल है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से हिमाचल प्रदेश की जनता तो परेशान है ही पर उनके मंत्री भी परेशान है और वह भी मुख्यमंत्री की कार्य प्रणाली से संतुष्ट नहीं है। इसके साथ-साथ बिलासपुर में हुई बैठक के माध्यम से कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी कहा कि उनकी भी सुनवाई ना तो हिमाचल प्रदेश की सरकार में है और ना ही दिल्ली केंद्रीय आलाकमान के पास। सबसे बड़ी बात तो यह है की बैठक में विशेष समुदाय के लोगों ने कांग्रेस पार्टी के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके लोगों की भी ठेकेदारी हेतु धनराशि सरकार द्वारा नहीं दी जा रही है और इन्होंने तो मस्जिदों का भी हवाला दिया, अब तो यह स्पष्ट है की विशेष समुदाय भी हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी एवं सरकार से टूटा हुआ दिखाई दे रहा है और यही कारण है कि हम मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह का इस्तीफा मांग रहे हैं। जिस मुख्यमंत्री की प्रजा ही खुश ना हो और हिमाचल प्रदेश का हर वर्ग उस मुख्यमंत्री से दुखी हो तो वह इस्तीफा क्यों ना दे ?

रणधीर शर्मा ने कहा कि जैसे की प्रतिभा सिंह भी मान चुकी है कि उनकी किसी भी प्रकार की सुनवाई ना तो हिमाचल प्रदेश में है ना दिल्ली आलाकमान के पास तो उनको भी अपने पद से इस्तीफा दे ही देना चाहिए। जिस अध्यक्ष को सुनवाई ना हो वह पद का क्या करेगी।
रणधीर शर्मा ने कांग्रेस पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार के पास अपने सभी मित्रों , ओ एस डी, कैबिनेट मंत्री, पॉलीटिकल एडवाइजर , मीडिया एडवाइजर के लिए पैसे और धनराशि है पर जिन लोगों ने बाहर लगे उनके लिए भी पैसे नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि संविधान बचाओ अभियान में ना बाबा साहेब अंबेडकर जी को याद किया गया और ना ही पहलगाम को लेकर 2 मिनट का शोक रखा गया है।