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ये कैसी लीला राम ने शिव को किया बाहर

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शिव के न हुए राम कहा करो आराम, 

सोलन (विशाल वर्मा) सोलन में आज अजीबोगरीब मामला देखने को मिला जब शिव को राम ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। मामला सोलन कांग्रेस का है जहां विधायक व पूर्व मंत्री धनी “राम” शांडिल की अगुवाई में एक बैठक का आयोजन किया गया।

साधुपुल की शांतवादियों में आने वाले पंचायती व नगर निगम के चुनावों को लेकर आयोजित इस बैठक ने राजनीतिक गलियारों को गर्माहट भरा कर दिया।

हुआ यूं कि शांडिल ने अपने कुछ खास सिपासिलारों के साथ गुपचुप बैठक की। ना तो इस बैठक की जानकारी जिलाध्यक्ष शिव कुमार को थी, ना ही अन्य पुराने नेताओं को। अलबता शांडिल के खास सिपाही व सोलन निर्वाचन क्षेत्र के अध्यक्ष संजीव ठाकुर और शहरी कांग्रेस के अध्यक्ष अंकुश सूद जरूर शामिल थे।

मजे की बात ये रही कि निगम व पंचायतों का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों का चयन करने वाली कमेटी में भी तीन प्रभारियों के अलावा यही लोग लिए गए जो आज मीटिंग मे शामिल थे। यहां तक की जिलाध्यक्ष शिव कुमार को न तो बैठक में बुलाया गया और न उन्हे 8 सदस्यीय चयन समिति मे लिया गया। आने वाले दिनों में चुनाव सर पर लेकिन सोलन से किसी भी बड़े चेहरे को शहर से इसमे नहीं लिया गया है। 

निगम व सोलन निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत होने वाले चुनावों मे किसी भी सीनियर लीडर को न लेकर धनीराम शांडिल ने अपने लिए खाई खोदने का काम किया है ऐसी चर्चा कमेटी बनने के बाद से शुरू हो गई है। वो लोग आने वाले दिनों में धनीराम शांडिल के लिए खड़े नजर आएंगे इसमें संदेह है लेकिन शिव को नाराज कर राम कितने सफल होने ये आने वाले चुनाव बताएँगे। लेकिन इतना जरूर है फिलहाल कांग्रेस गुटों में बंटी हुई जरूर नजर आ रही है और शांडिल भी इस खाई को कम करते नजर नहीं आ रहे है। 

ये लोग है चयन समिति में

  1. धनीराम शांडिल (विधायक व पूर्व मंत्री)

  2. नंदलाल (विधायक व प्रभारी सोलन)

  3. केवल सिंह पठानिया (सह-प्रभारी सोलन)

  4. इंद्रजीत सिंह (प्रभारी सोलन विधानसभा)

  5. संजीव ठाकुर (अध्यक्ष सोलन विधानसभा)

  6. अंकुश सूद (अध्यक्ष सोलन शहरी कांग्रेस)

  7. जियालाल शर्मा (महासचिव शहरी कांग्रेस)

  8. जगदीश शर्मा (उपाध्यक्ष जिला कांग्रेस)

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक