यू.ट्यूब पर गणित, मुहावरे और मात्राओं का ज्ञान सीख रहे विद्यार्थी, शिक्षा विभा की पहल

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 कोरोना संकट के दौर में विद्यार्थियों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हुई है। शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच होने वाला संवाद अब कक्षा की बजाय ऑनलाइन माध्यम से हो रहा है। ऐसे में प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों को भारी दिक्कत हो रही है। खैर, ऑन लाइन पढ़ाई को रोचक बनाने के लिए शिक्षा खंड नाहन ने अनूठी पहल की है। ए-फॉर एप्पल से लेकर क कबूतर हो या फिर गणित, मुहावरे और मात्राओं का ज्ञान।

 

ऐसे तमाम पहलुओं को विद्यार्थी यू-ट्यूब पर देखकर आसानी से सीख सकेंगे। इसके लिए प्राइमरी नाहन नाम से एक यू-ट्यूब चैनल बनाया गया है। हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र का यह पहला यू-ट्यूब चैनल है। प्राइमरी नाहन यू-ट्यूब चैनल पहली से पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए तैयार किया गया है। विभिन्न स्कूलों के शिक्षक इसमें पाठयक्रम से संबंधित वीडियो डाल रहे हैं।

यहां तक कि कार्टून नेटवर्क की तर्ज पर बेहतरीन कार्टून वीडियो अपलोड़ पर बच्चों की पढ़ाई को रौचक बनाया गया है। छह मई को लॉकडाउन लगने के बाद उप निदेशक उच्च शिक्षा कर्मचंद, उप निदेशक प्रारंभिक कर्मचंद, समग्र शिक्षा अभियान के जिला परियोजना अधिकारी ऋषिपाल, बीआरसी एवं ऑन लाइन शिक्षा के नोडल अधिकारी सचिन चौहान ने संयुक्त प्रयास कर यह चैनल तैयार किया।

 

चैनल में नौ शिक्षकों की पूरी टीम जुड़ी हुई है। यह टीम खास साफ्टवेयर में कार्टून बनाकर समग्र शिक्षा अभियान के कार्यालय को भेजते हैं। जहां पर स्क्रूटनी के बाद ही इसे चैनल पर अपलोड़ किया जा रहा है। बीआरसी सचिन चौहान ने बताया कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित नौ शिक्षकों का इसमें अहम योगदान है। चैनल को अब तक 757 लोग सबस्क्राइब कर चुके हैं। 2000 से अधिक विद्यार्थी इसे देख रहे हैं।

यह जुड़े हैं चैनल के साथ
बीआरसीसी नाहन सचिन चौहान, शबाना, अर्वीन, सरिता, मोनिका, जहां आरा, आमिर अली,  फूल सिंह, अरुण, रोहित राज और कुनाल पुंडीर चैनल के लिए सामग्री तैयार कर रहे हैं। सामग्री तैयार करने के बाद समग्र अभियान के कार्यालय भेजी जा रही है। जहां स्क्रूटनी के बाद वीडियो और अन्य ज्ञानवर्धक सामग्री इस चैनल पर अपलोड की जा रही है। इसके लिए पहले शिक्षकों को बाकायदा प्रशिक्षित किया गया था।

 

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक