यूं ही सुक्खू को कोई अपना नहीं कहता, अपने उन्हे सीएम नहीं बल्कि प्रधान जी के नाम से है पुकारते

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सुक्खू भाई कैसे है आप, प्रधान जी जरा एक बात तो सुनिए। ये वो शब्द है आपने हमेशा सीएम के दौरे के दौरान कुछ लोगों से जरूर सुने होंगे। ये वो तमाम लोग है जो उनके साथ एक अरसे से जुड़े हुए है। सीएम भी उनकी बात को बड़े प्यार से सुनते है और उनके कदम इस आवाज को सुनकर वहीं रुक जाते है।
ऐसा ही कल सोलन दौरे के दौरान भी हुआ जब वो अपने टूर प्रोग्राम के अलावा भी ऐसी जगह गए जहां उनका प्रस्तावित दौरा था ही नहीं।
पहले तो आपके साथ सांझा करते है उनके मंच की कुछ यादगार बातें।
सबसे पहले उनसे मिलने पहुंचे भूषण ज्वेलर्स के मालिक विनय गुप्ता। जैसे ही वो मंच पर आए तो अपनी सीट से खड़े हुए और उनके साथ बहुत देर तक बाते करते नजर आए और इस बात के खेद भी व्यक्त करते नजर आए की वो उनके परिवार के शादी समारोह में शामिल नहीं हो सके। मुख्यमंत्री को बहुत लोग निमंत्रण पत्र देते है लेकिन उसमे शामिल होना भी संभव नहीं होता है लेकिन उसके बाद इस तरह खेद व्यक्त करना उनका अपनापन दिखाने का एक अलग ही पैमाना दिखाता है।


सीएम 5 घंटे देरी से सभा स्थल पर पहुंचे थे। उसके बाद उन्होंने वहां से अगले कार्यक्रम में जाना था और समय भी तेजी से आगे बढ़ता जा रहा था। वो जैसे ही वहां से चलने लगे वैसे ही उनके कानों में एक आवाज गूंजी प्रधान जी मेरा बेटा आपसे मिलने आया है और आपको सम्मानित करना चाहता है। आवाज सुनकर उनके कदम वहीं रुक गए और वो पीछे मुड़े तो उन्होंने देखा और।मुस्कराते हुए बोले अरे ये अपने घर का ही बच्चा है इसे तो मैं सम्मानित करूंगा। लेकिन बच्चे ने कहा अंकल मैं आपके लिए शॉल लाया हूं। नन्हे बच्चे के प्यार को देखते हुए उन्होंने बच्चे से शॉल ली और कहा शिमला आना। वो बच्चा कोई और नहीं सीएम के खास कह जाने वाले खाद्य आपूर्ति के निदेशक जतिन साहनी का पुत्र था जिसने उन्हें शॉल देकर उनके प्रति अपनेपन का इजहार उसने किया। जतिन शुरू से ही उनके खास माने जाते है और जब वो मुख्यमंत्री बनने के बाद सोलन आए थे और उनका स्वागत हुआ था। लोग गाजे बाजे के साथ कंधे पर उठाकर उन्हें मॉल रोड पर ले जा रहे थे तब भी उन्होंने लोगों की भीड़ में से जतिन की दुकान में जाकर उनके पिता का आशीर्वाद लिया था और मुंह मिट्ठा किया था।


बात की जा रही है प्रधान जी की। उन्हे आजकल डॉक्टर की टीम ने समय से खाने और दवाई की सलाह दी हुई है। समय इजाजत नहीं दे रहा था कि अब वो ज्यादा देर काम करे क्योंकि कुछ आराम की भी जरूरत थी लेकिन वापसी में मिलने का वायदा जो किया था अपनों से मिलने का। जाती बार वो बघाट बैंक में नही रुक सके लेकिन जब उनका काफिला वापिस शिमला की ओर जा रहा तो तेज बारिश हो रही थी और ऐसी ही बारिश में उनका इंतजार कर रहे थे बैंक के चेयरमैन अरुण शर्मा, वाइस चेयरमैन किरण, बैंक के निदेशक किशन ग्रोवर, गगन चौहान,स्टाफ के साथ कई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता। जैसे ही उनका काफिला बैंक के पास पहुंचा कुछ ने सोचा जल्दी में होंगे इसलिए गाड़ी में ही उनसे मिलने चले गए लेकिन उन्होंने कहा मैं यहां अंदर आऊंगा और थोड़ी देर बैठूंगा भी। प्रधान जी बैंक के अंदर आए उन्हें वहां सम्मानित भी किया गया। उन्होंने बैंक के ताजा हालात पर भी चर्चा की और करीब 20 मिनट तक सबसे मिले।

बाहर निकलते हुए उन्होंने कांग्रेस के पुराने कर्मठ नेता अजय चौहान को देखा और उनके साथ कुछ देर बात की। उनकी सेहत के बारे में जाना उन्होंने भी उनसे मन की बात कही। तब सुक्खू भाई ने बोला शिमला आना आराम से बात करेंगे और आप चिंता ना करे हम आपके साथ है।


यही वो बाते है जो सीएम को अपना बना देती है और उन्हें अपनो का प्रधान जी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक