यार ये सोते कब है कोई मुझे बताएं,ये किस मिट्टी के बने है अधिकारी
मै विशाल वर्मा बहुत से लोगों इश्रया के साथ भी जीता हुंगा। लेकिन ये जो अधिकारी है ये किस दिल के बने हुए है । मेरी कड़वी जुबान के बाद भी ये ये सबके काम कर रहे है, आप सब तो अधिकारी है ओर हम छोटे से कर्मचारी । आपको फोन किया एक मिनट भी नहीं लगाया जनाब आपने, मेरे किसी जान पहचान वाले को हार्ट अटैक हुआ और आप सबने बिना पूछे जान बचाने मे अपना सहयोग कर दिया । पास भी बनाया शिमला जाने का वो भी चंद पलों मे। आपको मेरा हमेशा नमन भगवान दोस्त ठीक रहे ये ही दिल से दुआ है ओर अच्छी बात ये रही मैंने ये नहीं बोला मै पत्रकार बोल रहा हूँ, बोला तो सिर्फ इतना जनाब आपकी जरूरत है आपकी। आपने बिना सोचे समझे जो एहसान मुझ पर किया है आपका हमेशा ऋणी हूँ । डीसी साहिब केसी चमन जी, एडीसी विवेक चंदेल जी व एसडीएम रोहित राठौर जी आपके कामो को मेरा नमन