मेरी माटी मेरा देश अभियान मात्र अभियान नहीं है, जन जागरण है : नंदा

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शिमला, भाजपा शिमला मंडल द्वारा मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष सुनील धर द्वारा को गई, इसमें भाजपा मीडिया प्रभारी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम सब्जी मंडी और छोटा शिमला में चलाया गया।

भाजपा मंडल अध्यक्ष सुनील धर ने कहा की यह कार्यक्रम पूरे देश भर में चल रहा है, इससे इक्कठी माटी से दिल्ली में अमृतवन बनाया जाएगा।

मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा की देश के अमृतकाल में माटी का वंदन अभियान सार्थक एवं नितांत आवश्यक प्रतीत होता है। मेरा यह मानना है कि यह अभियान मात्र अभियान नहीं है, जन जागरण है। भारत के इतिहास पर हम जब दृष्टिपात करते हैं तो इस धरती माता की रक्षा के लिए हर काल में लाखों-लाखों लोगों ने अपना बलिदान दिया। तब जाकर भारत माता आज एक हजार साल की गुलामी के बाद भी भारतीय संसकृति को समेटे हुए जीवित है। भारत वो देश है जहां बलिदानियों की पूजा हुई है। जहां इस धरती माता के लिए मर मिटने वालों के सदा-सदा मेले लगते हैं और इस धरती का उपभोग करने वालों को भारत का समाज कभी श्रद्धा की दृष्टि से नहीं देखता। महाराणा प्रताप आज इसलिए पूजनीय है क्योंकि उन्होनें गुलामी को स्वीकार नहीं किया और भारत माता की रक्षा के लिए सर्वस्व न्योछावर किया। गुरू गोविन्द सिंह जी महाराज इसलिए पूजनीय हैं कि उन्होनें धर्म की रक्षा हेतु विश्व का सबसे बड़ा बलिदान पिता का बलिदान, स्वयं का बलिदान, चारों पुत्रों का बलिदान दिया। सरदार भगत सिंह, राजगुरू, चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्ला खां, स्वतंत्र वीर सावरकर, नेता जी सुभाष चंद्र बोस, लाला लाजपतराय, रानी लक्ष्मीबाई, तांत्या टोपे, कृष्णदेव राय, छत्रसाल, रानी गाईडिल्यु, बिरसा मुंडा भगवान जैसे हजारों बलिदानियों के नाम लिए जा सकते हैं जिन्होनें इस माटी की सौगंध खाकर अपना सर्वस्व न्योछावर करते हुए देश की रक्षा की।

तरुण राणा, विश्वेश्वर नाथ, सुनील शर्मा, पिंटू, राजीव सूद, संजीव शर्मा, संजीव चौहान पिंकू उपस्थित रहे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक