मूसेवाला के पिता ने पुलिस को बताई हमले की पूरी कहानी

Spread the love


पंजाबी सिंगर शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को गोली मारकर हत्या कर दी गई. (Instagram Photo)

शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में सिंगर के पिता बलकौर सिंह के बयान पर मानसा पुलिस ने सदर थाना में एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने पुलसि को दिए अपने बयान में कहा है कि कई गैंग्स्टर फिरौती के लिए उनके बेटे को फोन पर धमकियां देते थे। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने भी सिंगर को कई बार धमकियां दी थीं।  मूसेवाला के पिता के मुताबिक धमकियों की वजह से ही उनके बेटे ने बुलेटप्रूफ गाड़ी रखी हुई थी

बलकौर सिंह ने पुलिस को बताया कि रविवार को सिद्धू मूसेवाला घर से अपने 2 दोस्तों, गुरविंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह के साथ थार जीप से निकला था। अपनी बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर गाड़ी और गनमैन को वह साथ लेकर नहीं गया। उन्होंने कहा, ‘मैं दूसरी गाड़ी से गनमैन के साथ उसके पीछे-पीछे गया था। रास्ते में मैने एक कोरोला गाड़ी को मेरे बेटे की थार का पीछा करते देख, जिसमें 4 नौजवान सवार थे। ’


बलकौर सिंह ने आगे बताया, ‘मेरे बेटे की थार जब जवाहर गांव की फिरनी  के पास पहुंची तो वहां एक सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी पहले से खड़ी थी।  उसमें भी 4 नौजवान बैठे थे।  जैसे ही मेरे बेटे की थार उस बोलेरो के सामने पहुंची, उसमें सवार चारों नौजवानों ने अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दी। चंद मिनटों में फायरिंग करके बोलेरो और कोरोला सवार मौके से फरार हो गए। ’

सिद्धू मूसेवाला के पिता के मुताबिक वह घटनास्थल पर पहुंचे और शोर मचाया तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए।  उन्होंने थार में बैठै अपने बेटे और उसके दोनों दोस्तों को मानसा के सरकारी अस्पताल पहुंचाया।  डॉक्टरों ने शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला को मृत घोषित कर दिया। बलकौर सिंह के इस बयान के आधार पर पुलिस ने हत्या, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया है।

इस हत्याकांड के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है। इस गैंग ने खुद सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है। गैंग्स्टर गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पोस्ट में ​सिंगर की हत्या करने की बात कबूल की है। गोल्डी बराड़ इस समय कनाडा में मौजूद है। पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में बताया कि मूसेवाला की हत्‍या के लिए गोल्डी बराड़ और तिहाड़ जेल में बंद गैंग्स्‍टर लॉरेंस बिश्नोई हैं। 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक