मुहर्रम पर शिया समुदाय के लोगों ने निकाला जुलूस, इमाम हुसैन के बलिदान को किया याद

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इमाम हुसैन के बलिदान को याद करते हुए शिमला में शिया मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मुहर्रम में जुलूस निकाला। इस मौके पर इस्लाम को मानने वाले काले कपड़ों में जुलूस निकालते नज़र आए और इस्लाम के लिए कर्बला में इमाम हुसैन के दिए बलिदान को याद किया। इन लोगों ने शिमला कृष्णानगर से बालुगंज तक जुलूस निकाला।बता दें कि इसे गम का महीना कहा जाता है। पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद के नाती हजरत इमाम हुसैन समेत कर्बला के 72 शहीदों की शहादत की याद में मुस्लिम समाज खासकर शिया समुदाय मातम मनाता है और जुलूस निकालता है।

मौलाना शेख काजिम रहीम ने बताया कि आज से 1400 साल पहले इमाम हुसैन ने कुर्बानी दी थी उसी को याद करते हुए विश्व भर में इस्लाम को मानने वालों ने इमाम हुसैन के रास्ते पर चलने की कसम उठाई है, इसी संकल्प के साथ हर साल उनको याद किया जाता है। इंसानियत को जिंदा रखने के लिए ही कर्बला में कुर्बानी दी गई थी।

इस दौरान शिया समुदाय के लोगों द्वारा मुहर्रम माह के नौवें या दसवें दिन को रोजा रखा जाता है। मुहर्रम के जुलूस के साथ ताजिए दफन किए जाते हैं।

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक