मुख्यमंत्री ने गांधी जयंती पर नगर निगम शिमला को दिए चार गारबेज कॉम्पेक्टर्स

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मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां गांधी जयंती के अवसर पर शिमला नगर निगम के लिए चार गारबेज कॉम्पेक्टर्स को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह गारबेज कॉम्पेक्टर्स 1 करोड़ 40 लाख रुपये व्यय कर शिमला स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत खरीदे गए हैं। प्रत्येक कॉम्पेक्टर की क्षमता 14 क्यूबिक मीटर है और यह लगभग 12 टन कूड़ा एक बार में शिमला स्थित भरियाल अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र तक ले जाने की क्षमता रखता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके इस्तेमाल से न केवल कूड़ा प्रबंधन में सुधार आएगा बल्कि परिवहन लागत भी घटेगी।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को अधिमान देते हुए साफ-सफाई को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गांधी जी के शिमला को स्वच्छ बनाने व इसके सुनहरे भविष्य के लिए देखे गए सपने को हकीकत में बदलने के लिए निरन्तर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि नगर निगम शिमला में बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन के लिए खरीदे गए यह गारबेज कॉम्पेक्टर्स शिमला को स्वच्छ बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। शिमला आज स्वच्छ एवं हरित भविष्य की दिशा में निरन्तर बढ़ रहा है और यह कॉम्पेक्टर्स इस लक्ष्य को हासिल करने में सहायता करेंगे साथ ही पर्यावरण को केंद्र में रखते हुए शिमला के विकास को उत्तरोत्तर दिशा प्रदान करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला प्रदेश का महत्त्वपूर्ण पर्यटक गंतव्य है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सक्रियता से कार्य कर रही है और पर्यटकों के अनुभवों को अधिक सुखद बनाने के लिए प्रदेश में आधारभूत संरचना के विकास पर बल दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, स्वच्छता को बढ़ावा तथा विभिन्न सुविधाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, स्थानीय विधायक हरीश जनारथा, महापौर सुरेन्द्र चौहान, उप महापौर उमा कौशल, मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी. रितेष कपरेट, हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची, प्रदेश कांग्रेस सेवा दल के प्रमुख अनुराग शर्मा, कांग्रेस नेता देवेन्द्र बुशहरी, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के निदेशक राजीव कुमार, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, नगर निगम शिमला के आयुक्त भुपेन्द्र कुमार अत्री और अन्य गणमान्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक