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मुख्यमंत्री ने ईसोमसा के ई-कल्याण पोर्टल का किया शुभारम्भ

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मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक एवं विशेष रूप से सक्षम का सशक्तिकरण (ईसोमसा) विभाग के ई-कल्याण पोर्टल का शुभारम्भ किया। यह पोर्टल हिम-परिवार पोर्टल के अन्तर्गत तैयार किया गया है।
इस पोर्टल के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के सभी पात्र आवेदक ईसोमसा निदेशालय के अन्तर्गत कार्यान्वित की जा रही पेंशन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशवासियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। प्रदेश सरकार कल्याणकारी राज्य की अवधारणा के अनुसार कार्य करने में विश्वास रखती है।


उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा के लिए आठ पेंशन योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। पिछले वित्त वर्ष के दौरान इन पैंशन योजनाओं पर 1410 करोड़ रूपये व्यय किए गए, जिनसे 8 लाख 24 हजार 928 व्यक्ति लाभान्वित हुए हैं। इस वित्त वर्ष के दौरान सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में 37 हजार नए लाभार्थियों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए लगभग 67 करोड़ रूपये अतिरिक्त व्यय किये जाएंगे।
इस अवसर पर अवगत करवाया गया कि ई-कल्याण पोर्टल को हिम भूमि, हिम परिवार, आधार और पीडीएस राशनकार्ड डाटाबेस से एकीकृत किया गया है। आवेदक स्वयं या लोकमित्र केन्द्र के माध्यम से

 

https://himparivar.hp.gov.in/ekalyan वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकता है। आवेदक को प्रमाण-पत्र बनवाने तथा आवेदन करने के लिए कार्यालयों में नहीं जाना पड़ेगा। आवेदन की त्रुटियों तथा सत्यापन व स्वीकृति की सूचना भी आवेदक को डिजिटल माध्यम से घर में प्राप्त होगी।

 
निदेशक डिजिटल टेक्नोलॉजी एंड गवर्नेंस डॉ. निपुण जिंदल ने इस अवसर पर पोर्टल की विस्तृत प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, उपाध्यक्ष, राज्य योजना बोर्ड भवानी सिंह पठानिया, विधायक संजय अवस्थी, सचिव आशीष सिंहमार व राखिल काहलों, निदेशक ईसोमसा किरण भड़ाना, विशेष सचिव मुख्यमंत्री डॉ. हरीश गज्जू, अतिरिक्त निदेशक राजीव शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक