मांझी खड्ड के बहाव में फंस गई महिला, सूझबूझ से पेड़ पर चढ़कर बचाई जान, लगातार दो घंटे चिपकी रही शाखा से
मांझी खड्ड में आज सुबह ही पयूंगला देवी पत्नी प्रताप चंद निवासी जमानाबाद अपने खेतों में धान की रोपाई करने गई थी। जिसके पीछे उसका बेटा जमित सिंह ओर बहु रुपाली देवी भी खेतो में काम करने निकल गए, लेकिन जब महिला अपने खेतों में काम कर रही थी तभी मांझी खड्ड में तेज बहाव से पानी आ गया। उसके तमाम खेत बह गए। लेकिन उसने बड़ी सुझबूझ के साथ काम लिया और पेड़ पर चढ़ गई।
महिला लगातार दो घंटे पेड़ से चिपक कर बैठी रही। उसका बेटा ओर बहु उसके पास पहुंचते उससे पहले उनके खेत और मां पानी मे फंस चुके थे। यह सब देखकर उन्होंने अपने गांव के लोगों को फोन किया पर खुद वहीं पर खड़े रहे। पानी के तेज बहाव को देखकर उनके हौसले भी टूटने लगे। थोड़े ही समय में गांव के लोग डोन्डू नाला को लांघकर जिसका बहाव बहुत तेज था उसे पार करके मांझी खड्ड के पास पहुंचे तो देखा कि उसका बेटा ओर बहु एक तरफ खड़े हैं और पयूंगला देवी पेड़ पर चढ़ कर चिपक कर बैठी है। काफी देर इंतजार करने के बाद लोगों ने रेस्क्यू शुरू किया और महिला को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, पर महिला काफी सदमे में थी। उसका बेटा और बहु भी सुरक्षित थे।

साथ ही वही पर समीरपुर निवासी जगी जो कि ग्रीनहाउस में फंसा था उसे भी लोगों ने सुरक्षित निकाल लिया। समीरपुर के लोगों की गऊशाला में फंसे पशुओं को भी परिवार ने लोगो के सहयोग से सुरक्षित निकाल लिया। इस रेस्क्यू में एसडीएम कांगड़ा अभिषेक वर्मा और फायर बिग्रेड की टीम मदन सिंह की अगुवाई में पहुंची, जिसने डोंडु नाला को पार कराने में अपना अहम योगदान दिया। सबके सहयोग से सभी को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचा दिया। एसडीएम अभिषेक वर्मा ने रेस्क्यू में जुटे स्थानीय लोगों का धन्यवाद किया और उनके हौसले की सराहना भी की।


