मांग पूरी नहीं हुई तो शाम तक बड़े आंदोलन का ऐलान; प्रदेश भर से शिमला पहुंचे कर्मचारी

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हिमाचल की राजधानी शिमला में बिजली बोर्ड कर्मचारी सड़कों पर उतर आएं। ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) की मांग को लेकर कर्मचारी बोर्ड मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए और प्रबंधन के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी कर रहे हैं। शाम तक मांग पूरी नहीं होने पर बोर्ड के इंजीनियर और कर्मचारी आज बड़े आंदोलन का ऐलान कर सकते हैं। बड़ी बात यह है कि इस धरने में सभी श्रेणी के अधिकारी व कर्मचारी शामिल है। पावर फाइनेंस एंड अकाउंट एसोसिएशन, तकनीकी कर्मचारी संघ, चालक कर्मचारी एसोसिएशन, इंजीनियर एसोसिएशन, ग्रेजुएट जेई यूनियन सहित सभी कर्मचारी इस प्रदर्शन का हिस्सा बने है। प्रदेशभर के सभी बिजली कर्मचारी OPS के लिए एकजुट हो गए है। इनकी हड़ताल से खासकर शिमला सर्किल के सभी दफ्तरों में गुरुवार को बोर्ड का काम पूरी तरह ठप रहा।

गौरतलब है कि सुक्खू सरकार ने विधानसभा चुनाव में अपने वादे के मुताबिक, हिमाचल में OPS बहाली का वादा पूरा कर दिया है। सभी विभागों व बोर्ड और निगमों ने भी OPS को बहाल कर दिया है, लेकिन बिजली बोर्ड इसे बहाल नहीं करने के पीछे आर्थिक बदहाली का रोना रो रहा है। इससे बिजली बोर्ड के कर्मचारी अपने आपको को ठगा सा महसूस कर रहे है। बोर्ड प्रबंधन ने कर्मचारियों को भरोसा दिया कि OPS को लेकर वित्त विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। बोर्ड के इस फैसले से विद्युत कर्मचारी मायूस है। बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष हीरा लाल वर्मा ने बताया कि बोर्ड स्वायत्त: संस्था है और OPS का फैसला लागू करने का फैसला बोर्ड सर्विस कमेटी की मीटिंग में ले सकता है, लेकिन बोर्ड ने ऐसा नहीं किया।

विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 2003 के बाद नियुक्त सभी कर्मचारियों को OPS देने की गारंटी दी थी। सरकार द्वारा OPS देने के बाद हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम भी OPS दे चुका है, लेकिन बिजली बोर्ड इसे देने में आनाकानी कर रहा है।प्रदेशाध्यक्ष हीरालाल वर्मा ने बताया कि प्रबंधन से बैठक बेनतीजा रहने के बाद ही उन्होंने घेराव का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारी यूनियन OPS की लड़ाई को लड़ेंगी। इसे लेकर कर्मचारी आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक