भाजपा कार्यालय की जमीन क्या हुई लोगों के लिए टाईम पास का जुगाड़ हो गया। वैसे भी कोरोना काल में न तो व्यापारियों के पास काम है और न ही निजी सेक्टर में काम करने वालों के पास । निजी क्षेत्र में work at home में भी इतना समय मिल ही जाता है इस मामले में आराम से गॉसिप कर ही ले। यही कारण है कि आजकल सोलन की हर दुकान से लेकर हर चौराहे पर भाजपा की जमीन से जुड़े लोगों की ही चर्चा हो रही है।
अगर समय चलते इस जमीन की रजिस्ट्री हो गई होती तो लोगों को पता ही नहीं चलता कि 26 लाख की जमीन 90 लाख में कैसे बिक गई। हम 26 लाख इसलिए लिख रहे है क्योंकि जो जमीन 2016 में 90 लाख की बिकी वो 2020 में मात्र 26 लाख में बिक गई।
इस मामले में भाजपा ने चाहे जमीन मालिक व जमीन बेचने में मध्यस्थता करने वाले के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करवा दिया है। जिसके बाद जमीन मालिक दीनानाथ को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। लेकिन चर्चा उसके बाद दूसरे की है जिसने जमीन को बेचने में पार्टी के लोगों को जमीन मालिक से मिलाया था।
ये कोई और नहीं पूर्व में पार्षद रहे मनीष की है । मनीष पर पार्टी ने शिकायत करते हुए पुलिस में शिकायत भी की। उसके बाद से ही मनीष किसी के संपर्क में नही है और उसने अपनी अग्रिम जमानत के लिए हाइकोर्ट में भी आवेदन कर दिया। उसके बाद वहां से तो मनीष को जमानत नहीं मिली लेकिन वो न्याय की गुहार लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट चला गया।
इस बारे में मनीष के वकील सुधीर ठाकुर ने बताया कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने मनीष को 15 दिन तक गिरफ्तार नही करने के आदेश दिए है।
जिसके बाद से सभी को उम्मीद है कि मनीष सबके सामने आएगा और इस सारे मामले से पर्दा उठाएगा।
मनीष इस बारे में क्या बोलेगा इस बात से बहुत से लोग परेशान भी है उन्हे डर इस बात का भी रहेगा कहीं इस पर्दे के पीछे वही लोग बेनकाब ना हो जाए।
अगर हम आज की बात करें तो आज सुबह मनीष की सुप्रीम कोर्ट से जमानत रद्द होने की एक कॉपी सोशल मीडिया में वायरल हो गई और उसके बाद कुछ स्वयंभू पत्रकार ने अपने आकाओं के इशारे पर खबर का वीडियो भी चला दिया। लेकिन जब पत्रकारों ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की सही तस्वीर के साथ खबर लगाई तो उसे उसने उसे अपने पोर्टल से डिलीट कर दिया।
इस बात से ये बात जरूर सामने आती है कि क्या आपसी जंग में किसी का भी चरित्र हनन करने का हक किसी के पास है। अगर नहीं तो ऐसे लोगों पर भी जरूर कानूनी कार्रवाई हो जो ऐसा कर रहें है।
अगर कल मनीष से बात हुई तो जरूर उसका पक्ष भी आपके सामने रखने की कोशिश करेंगे नहीं तो कल इसी कड़ी में कुछ और पहलू पर आपके समक्ष सामने होंगे।
We’ve built a community of people enthused by positive news, eager to participate with each other, and dedicated to the enrichment and inspiration of all. We are creating a shift in the public’s paradigm of what news should be.