मणिमहेश यात्रा में पहली बार लगेगा 100 रुपये एंट्री शुल्क, सफाई व्यवस्था सख्त
इस वर्ष मणिमहेश यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को पहली बार 100 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से एंट्री शुल्क अदा करना होगा। यह शुल्क “एंट्री कम सेनिटेशन चार्ज” के रूप में वसूला जाएगा और इसका उपयोग यात्रा मार्ग की सफाई और पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में किया जाएगा। यह निर्णय मणिमहेश ईको डेवलपमेंट कमेटी की हालिया बैठक में लिया गया, जिसमें यात्रा व्यवस्था से जुड़े कई अहम फैसले किए गए।बैठक में यह भी तय किया गया कि यात्रा मार्ग पर किसी भी प्रकार की दुकान या ढाबा लगाने के लिए संबंधित लोगों को आरओ (रेंज ऑफिस) भरमौर कार्यालय में पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा।
छोटी दुकानों या अस्थायी ढाबा संचालकों को 500 रुपये, जबकि बड़ी दुकानों या ढाबों के लिए 3,000 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है।पर्यावरण को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से कमेटी ने यह भी सख्त निर्देश जारी किए हैं कि अगर कोई दुकानदार या ढाबा संचालक अपने आस-पास गंदगी फैलाता पाया गया, तो उस पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। यह प्रावधान यात्रा मार्ग को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने के लिए लागू किया जा रहा है।प्रशासनिक तौर पर मणिमहेश यात्रा की शुरुआत 15 अगस्त से होगी और यह यात्रा 31 अगस्त तक चलेगी। इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। इसलिए प्रशासन और स्थानीय कमेटियों द्वारा स्वच्छता, यातायात और स्वास्थ्य सेवाओं के समुचित प्रबंध किए जा रहे हैं। यात्रा को सुव्यवस्थित और पर्यावरण हितैषी बनाने के लिए यह निर्णय एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे न केवल धार्मिक यात्रा को स्वच्छता से जोड़ने में मदद मिलेगी, बल्कि क्षेत्रीय व्यापारियों को भी जिम्मेदार व्यवहार के लिए प्रेरित किया जा सकेगा।