मंडी: घंटाघर की बंद पड़ी घड़ियों में कार मैकेनिक ने डाली जान, करने लगी टिक-टिक

जिला मंडी शहर के ऐतिहासिक घंटाघर की घड़ियों को कार मैकेनिक ने ठीक कर नई जान डाल दी है। इन घड़ियों को ठीक करवाने के लिए कोलकात्ता से लाखों रुपए खर्च करके कारीगर बुलाने पड़ते थे, उस घंटाघर की घड़ियों को मंडी शहर के साथ लगते ब्राधीवीर में कार मैकेनिक का काम करने वाले सन्नी ने यह कार्य कर दिखाया है। इससे पहले सन्नी घड़ियों की मरम्मत का कार्य भी करता था। सन्नी की तमन्ना भी थी कि वह शहर के ऐतिहासिक घंटाघर को ठीक करने में अपना योगदान दे सके।

सन्नी की यह तमन्ना नगर परिषद तक पहुंची और नगर परिषद ने भी सन्नी को घड़ियों ठीक करने का मौका दिया। सन्नी ने ऐतिहासिक घंटाघर के सारे मैकेनिज्म को समझा और इसकी मर्ज को ढूंढ निकाला। मर्ज का समाधान करते ही घड़ी की सुईयां दौड़ने लग गई है और सही समय दिखाना शुरू कर दिया। सन्नी ने बताया कि उसे घंटाघर को ठीक करके आनंद महसूस हो रहा है। वहीं, नगर परिषद की अध्यक्ष सुमन ठाकुर ने घंटाघर को ठीक करने के लिए सन्नी का आभार जताया। उन्होंने बताया कि घंटाघर की घड़ियां सही तरीके से टिक, टिक करती रहे। हालांकि इन घड़ियों को कोलकाता से कारीगर बुलाकर पूरी मरम्मत करवाई जाएगी। अगर जरूरत हुई तो कलपुर्जे भी बदले जाएंगें ताकि घंटाघर सही तरह से काम करे और जनता को सही समय बताए।

