हिमाचल प्रदेश के कई भागों में भारी बारिश दर्ज की गई है। इससे कई जगह भूस्खलन व मलबा आने से सड़कों पर आवाजाही भी प्रभावित हुई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार सुबह 10:00 बजे तक राज्य में 115 सड़कों पर आवाजाही ठप थी। सबसे ज्यादा सड़कें मंडी जिले में बाधित हैं। इसके अतिरिक्त राज्य में 212 बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित हैं। गाद आने से 17 जल आपूर्ति योजनाएं भी ठप हो गई हैं। बीती रात को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अन्य भागों में झमाझम बारिश हुई। सुंदरनगर में 110.9, पालमपुर 109.4, बग्गी 84.6, शिमला 84.0, गोहर 80.0, सोलन 79.8, मशोबरा 78.5, जोगिंद्रनगर 75.0 और बैजनाथ में 70.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
सुंदरनगर क्षेत्र में भारी बारिश से कई सड़कें बंद
मंडी जिले के सुंदरनगर में देर रात से हो रही बारिश के कारण कुछ सड़क मार्ग पूरी तरह से बंद हो गए हैं। इसे लेकर उपमंडल अधिकारी ने इन सड़क मार्ग से सफर नहीं करने की अपील की है। उपमंडल अधिकारी नागरिक सुंदरनगर गिरीश समरा ने कहा कि सलापड़-सेराकोठी मार्ग, पंडार-तातापानी मार्ग, मलोह-कटेरु मार्ग, खुराहाल-कंदार मार्ग, कटेरू-सलापड़-पोड़ाकोठी मार्ग, करंगल-किंदर मार्ग, सलापड़-तातापानी मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। उपमंडल अधिकारी ने कहा कि भारी बरसात से मौसम में पहाड़ी क्षेत्रों में सफर करने से परहेज करें और किसी भी आपातकालीन स्थिति में जिला प्रशासन सहित उपमंडल प्रशासन के दिए गए नंबर 01907-266001 पर संपर्क करें। वहीं, सरकाघाट-मसेरन सड़क मसेरन गलू के पास भूस्खलन के कारण बाधित है।
न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 17.0, सुंदरनगर 21.3, भुंतर 22.4, कल्पा 17.0, धर्मशाला 20.1, ऊना 22.8, नाहन 23.3, पालमपुर 19.7, सोलन 19.0, मनाली 19.4, कांगड़ा 22.4, मंडी 23.3, बिलासपुर 24.9, हमीरपुर 25.1, चंबा 24.9, जुब्बड़हट्टी 20.0, कुफरी 15.3, कुकुमसेरी 13.9, नारकंडा 13.4, रिकांगपिओ 19.3, धौलाकुआं 26.1, बरठीं 24.9, समदो 18.0, पांवटा साहिब 21.0, सराहन 19.0, देहरा गोपीपुर 26.0, ताबो 15.2, सैंज 21.3 व बजौरा में 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
करसोग के तलेहन में बाढ़ जैसे हालात, सड़क नाले में तब्दील, मलबे में फंसीं बसें
मंडी जिले में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त होने लगा है। करसोग उपमंडल के तलेहन में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। यहां मलबे में एचआरटीसी बसें व अन्य कई वाहन फंस गए। बसें बुधवार रात को रात्रि ठहराव के लिए यहां खड़ी थीं, लेकिन गुरुवार सुबह 4:00 बजे अचानक आए मलबे की चपेट में आ गईं। एचआरटीसी बस चालक गुरदेव शर्मा ने बताया कि सुबह 4:00 बजे अचानक पहाड़ी से भारी मात्रा में पानी व पत्थर गिरने के आवाज सुनाई दी। मौके पर पहुंचे तो देखा कि बसें व अन्य वाहन मलबे में फंसे हुए थे। मलबे के कारण सड़क भी पूरी उखड़ गई और नाले में तब्दील हो गई है।
20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक