बैंकों ने प्रथम तिमाही में 189.53 करोड रूपए के ऋण वितरित करके 15.99 प्रतिशत लक्ष्यों को किया प्राप्त
बिलासपुर:- लोगों को लाभान्वित करने के लिए और निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अधिकारी और बैंकर्ज पारस्परिक सहभागिता निभाएं। यह बात उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने वर्ष 2020-21 की वार्षिक ऋण योजना के अन्तर्गत जून, 2020 को समाप्त तिमाही के परिणामो तथा उपलब्धियों की समीक्षा हेतु जिला स्तरीय सलाहकार एंव समन्वय समिति तथा जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। बैठक में जिला में कार्यरत सभी बैंकों द्वारा क्रियान्वित की जा रही सरकार की गरीबी उन्मोलन योजनाओं के अंतर्गत हुई प्रगति तथा वार्षिक ऋण योजना तथा जून, 2020 तक के लक्ष्यों तथा उपलब्धियों की समीक्षा की गई।
उन्होंने बताया कि बैकों द्वारा आयोजित किए जाने वाले वित्तीय साक्षरता शिविरों में सम्बन्धित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहें और सरकारी योजनाओं के माध्यम से अधिक से अधिक पात्र लोगों को लाभान्वित करने के लिए जागरूक करें, ताकि अधिक से अधिक लोग इन योजनाओं का लाभ उठाकर लाभान्वित हो सके। उन्होने जिला में कार्यरत सभी बैंकों से आशा जताई कि वे जिले के आर्थिक विकास में अपने दायित्वों को समझते हुए ज्यादा से ज्यादा ऋण प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को दें तथा लोगों के आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दें।
उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि जिला के ऋण वितरण में बैंकों का वार्षिक ऋण योजना 2020-21 में 1185 करोड रूपए के निर्धारित लक्ष्य के तहत प्रथम तिमाही 30 जून तक बैंकों ने 189.53 करोड़ रूपए के ऋण वितरण करके 15.99 प्रतिशत लक्ष्यों की प्राप्ति की है। उन्होनें बताया कि तिमाही की समाप्ती में प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में बैंकों ने 12.26 प्रतिशत की दर से तथा गैर प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में 45.02 प्रतिशत की दर से लक्ष्यों की प्राप्ति की है।
उन्होने बताया कि जिला में 30 जून तक समाप्त तिमाही में कृषि क्षेत्र में 53.76 करोड़ रूपए, सूक्ष्म, मध्यम व लघु उद्यमों में 59.54 करोड़ रूपए तथा सेवा क्षेत्र में 15.43 करोड़ रूपए के ऋण वितरित किए गए हैं। उन्होने बताया कि जिला के बैंकों ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अन्तर्गत लगातार वृद्धि दर्ज की है तथा अप्रैल 2020 से जून 2020 तक कुल 2760 किसान क्रेडिट कार्ड जारी किये हैं। उन्होंने जिला में कार्यरत सभी बैंक शाखाओं को निर्देश दिए कि वे शेष बचे पात्र किसानों को भी किसान क्रेडिट कार्ड जारी करना सुनिश्चित बनाएं। उन्होने बताया कि जिला के बैंकों का गत वर्ष के समापन 31 मार्च को कुल व्यवसाय 7882.78 करोड़ रूपए का था जोकि वर्ष 2020-21 के प्रथम तिमाही 30 जून तक बढ़कर 8047.16 करोड़ रूपए का हो गया है। बैठक का संचालन अग्रणी जिला प्रबंधक ए.के. गुप्ता ने किया।बैठक में सहायक प्रबन्धक, भारतीय रिजर्व बैंक शिमला भरत राज आनंद, डीडीएम नाबार्ड सतपाल चैधरी, परियोजना अधिकारी राजेन्द्र गौतम, निदेशक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान एस.के. शर्मा, के अतिरिक्त विभिन्न बैंकों के प्रबन्धक और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।