बीडीसी पद के लिए चुनावी मैदान में मनमोहन वशिष्ठ
सोलन : जिला की पंचायत समिति धर्मपुर के कोटबेजा-नाहरी बीडीसी वार्ड 17 में बीडीसी पद के लिए पत्रकार मनमोहन वशिष्ठ चुनावी मैदान में डटे हुए हैं। अपने मिलनसार स्वभाव जनहित के कार्यों के लिए वह अपनी अलग पहचान बनाएं हुए हैं। वह इससे पहले वर्ष 2010 में ग्राम पंचायत नाहरी में युवा उपप्रधान बने थे। अपने उस कार्यकाल में उन्होंने अपनी पंचायत के विकास में अहम भूमिका निभाई थी। अपनी पत्रकारिता के दम पर भी 14 वर्षों से वह लोगों को पेश आने वाली समस्याओं को सरकार व जिला प्रशासन के समक्ष बखूबी उठाते आ रहे हैं। अब वह बीडीसी पद के लिए ग्राम पंचायत नाहरी व कोटबेजा के संयुक्त वार्ड से बतौर प्रत्याशी मैदान में उतरे है। उनके सामने तीन और प्रत्याशी मैदान में डटे हुए है। कोटबेजा पंचायत में 17 जनवरी को जबकि नाहरी पंचायत में 19 जनवरी को मतदान होना है। मनमोहन ने अपनी अपील में भी हर वर्ग के विकास समेत कई अहम व सामाजिक सरोकार से जुड़े विषयों को अपनी प्राथमिकताओं में रखा है। उन्होंने जहां बतौर बीडीसी प्रत्याशी मिलने वाले फंड को समान रूप से दोनों पंचायतों में विकास की योजनाओं को लगाने का वादा किया है, वहीं बेटी जन्म को बढ़ावा देने वाले परिवारों को भी सम्मानित करने की बात की है। इसके अलावा नशा मुक्ति के लिए प्रयास करने वालों, क्षेत्र में उच्च पदों से सेवानिवृत होने वालों, क्षेत्र का नाम रोशन करने वाले युवाओं व सेना में क्षेत्र के जवानों को भी समय समय पर सम्मानित करने का वादा अपनी अपील में किया हैै। इसके अलावा क्षेत्र में किसानों के लिए जागरूकता शिविर, स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाने को भी अपनी प्राथमिकता में रखा है। क्षेत्र के विकास व आम लोगों के हितों से जुडे मुद्दो को सरकार के सामने प्रभावी ढंग से उठाने के लिए वह लोगों के बीच जा रहे हैं। लोगों को भी उनको समर्थन मिल रहा है। मनमोहन वशिष्ठ का कहना है कि वह पहले उपप्रधान रह चुके है और पंचायतीराज कार्य प्रणाली को अच्छे ढंग से जानते है। बीडीसी की त्रैमासिक बैठक में सभी अधिकारियों की उपस्थिति रहती है, ऐसे में दोनों पंचायतों की ज्वलंत समस्याओं को उठाकर उनको हल करवाने में भी अहम भूमिका रहेगी। उनका कहना है कि पत्रकार होने के नाते उन्हें पता है कि लाेगों की कौन सी समस्या को किस विभाग से कैसे हल करवाना है।

