Third Eye Today News

बद्दी में कबाड़ गोदाम में भीषण आ..ग, लाखों का नुकसान

Spread the love

बद्दी, हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक नगर बद्दी के चक्का रोड पर स्थित एक कबाड़ गोदाम में गुरुवार सुबह भीषण आग लगने से लगभग 50 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। गोदाम में रखा सारा माल जलकर राख हो गया, हालांकि इस हादसे में किसी प्रकार के जानी नुकसान की खबर नहीं है। आग लगने का कारण पास के गेहूं के खेत में लगाई गई आग को बताया जा रहा है, जो अनियंत्रित होकर गोदाम तक पहुंच गई। गोदाम की मालकिन सीमा ने इस घटना को साजिश करार देते हुए पड़ोसी खेत के मालिक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग सुबह करीब 6:45 बजे लगी, जब पास के खेत में गेहूं कटाई के बाद बचे भूसे को जलाया गया। हवा के साथ आग तेजी से फैली और देखते ही देखते गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया। सीमा ने बताया कि उन्होंने तत्काल दमकल विभाग को सूचित किया, लेकिन विभाग की प्रतिक्रिया में देरी हुई। करीब एक घंटे बाद दमकल की एक गाड़ी मौके पर पहुंची, तब तक आग पूरे गोदाम में फैल चुकी थी। गोदाम में रखा सारा कबाड़, जिसमें प्लास्टिक, लोहा, और अन्य सामग्री शामिल थी, जलकर राख हो गया।

आसपास की झुग्गियों में रहने वाले लोगों ने सतर्कता दिखाते हुए अपने सामान को समय रहते बाहर निकाल लिया, जिससे उनकी जान और माल की रक्षा हो सकी। स्थानीय निवासियों ने बताया कि आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दूर से ही धुएं का गुबार दिखाई दे रहा था। घटना ने आसपास के इलाके में दहशत पैदा कर दी।

सीमा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि खेत के मालिक ने पहले भी उन्हें गोदाम को आग लगाने की धमकी दी थी। उनका दावा है कि यह आग जानबूझकर लगाई गई थी, जिसके पीछे पुरानी रंजिश हो सकती है। उन्होंने कहा, “खेत के मालिक ने जानबूझकर भूसे में आग लगाई, जो हमारे गोदाम तक पहुंच गई। यह कोई हादसा नहीं, बल्कि साजिश है।” सीमा ने सरकार से इस नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग की है और पुलिस से मामले की गहन जांच की अपील की है।

 

फिलहाल दमकल विभाग की कई गाड़ियों ने कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर तो काबू पा लिया लेकिन आग लगने के कारण गोदाम के बीच रखा हुआ सारा सामान जलकर खाक हो चुका है और गोदाम मालिक को लाखों के नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक