Third Eye Today News

फर्जी सीबीआई रेड कर लोगों को ठगने वाले गिरोह की मुख्य सरगना को डमटाल पुलिस ने किया गिरफ्तार

Spread the love

पुलिस थाना डमटाल की टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है। एक महीना पहले पंजाब के गुरदासपुर में डीडा सांसियां गांव में सात लुटेरों ने फर्जी सीबीआई रेड कर एक परिवार को घर के अंदर बंधक बना लिया। इसके बाद आरोपितों ने करीब डेढ़ घंटे तक घर खंगाला और 35 तोले सोना, चार लाख रुपये कैश और सात मोबाइल लेकर फरार हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी थी।

पुलिस थाना डमटाल की टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है।

डमटाल पुलिस थाना प्रभारी हरीश गुलेरिया ने बताया कि एक महीना पहले दीनानगर के गांव डीडा डीडा सांसियां गांव में सात लुटेरों ने फर्जी सीबीआई रेड कर एक परिवार को घर के अंदर बंधक बना लिया। इसके बाद आरोपियों ने करीब डेढ़ घंटे तक घर खंगाला और 35 तोले सोना, चार लाख रुपये कैश और सात मोबाइल लेकर फरार हो गए। जिसकी मुख्या सरगना वीना देवी गांव छन्नी से थी। इस वारदात में इसकी बेटी अनामिका बनिया को पंजाब पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया था। वीना देवी काफी समय से गिरफ्त से बाहर चल रही थी। पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली जैसे सूचना मिली हमने टोकी गांव रेड किया और वहा से वीना देवी को गिरफ़्तार किया। वीना देवी व उसकी बेटी पर डमटाल थाना में एनडीपीसी एक्ट के कई मामले दर्ज हैं।

पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक गांव डीडा सांसियां में दो इनोवा कारो में आए सात लोग गेट फांद कर एक घर में दाखिल हुए। मेन डोर नॉक करने के बाद घर की बुजुर्ग महिला शिमला देवी ने जब दरवाजा खोला तो सामने एक महिला सहित चार लोग खड़े थे। इन लोगों ने कहा कि आप लोग चिट्‌टा बेचते हो। इसलिए चंडीगढ़ से आपके यहां सीबीआई की रेड है। रेड के बहाने घर में घुसकर कर लुटेरों ने पूरे परिवार को गन प्वाइंट पर एक जगह बिठा दिया। इस दौरान इन लुटेरों के तीन साथी भी घर के अंदर दाखिल हो गए।

इन लोगों ने पूरी घर की तलाशी ली और घर में रखे 35 तोले के जेवरात और 4 लाख रुपए कैश इनके हाथ लग गया। जाते हुए लुटेरे अपने साथ परिवार के सदस्यों के 7 मोबाइल भी ले गए। फरार होने के बाद लुटेरों ने घर को बाहर से लॉक कर दिया था। बताया जा रहा है कि सातों लोग दो इनोवा कारों में सवार होकर आए थे। लुटेरों के फरार हाने के बाद परिवार के सदस्यों ने खिड़की से बाहर निकल कर घटना की सूचना पुलिस को दी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक