प्राध्यापकों के 32 व गैर-शिक्षकों के 18 पदों को भरने की मंजूरी

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हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के शासक मंडल (बोर्ड ऑफ गवर्नर्स) ने 32 प्राध्यापकों और 18 गैर-शिक्षकों के पद को भरने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। अब जल्द ही उपरोक्त पदों को भरने की प्रक्रिया तकनीकी विवि द्वारा शुरू की जाएगी। शनिवार को तकनीकी विवि के शासक मंडल की 29 वीं बैठक कुलपति प्रो शशि कुमार धीमान की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कुल 22 प्रस्तावों पर चर्चा के बाद पारित किया गया। जिसमें मुख्य रूप से प्राध्यापकों और गैर-शिक्षकों के कुल 50 पदों के भर्ती एवं पदोन्नति नियमों शामिल थे।इसके अलावा शैक्षणिक परिषद और वित्त समिति की बैठकों में पारित प्रस्तावों को भी बीओजी ने स्वीकृति प्रदान की। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत तकनीकी विवि की शैक्षणिक परिषद ने आने वाले समय में 15 से 18 क्रेडिट के सात लघु डिग्री कोर्स (माइनर डिग्री) शुरू करने के प्रस्ताव रखा है, जिसमें किसी भी बीटेक ब्रांच का विद्यार्थी माइनर कोर्स की डिग्री कर सकता है। तकनीकी विवि की आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन, साइबर सुरक्षा, डाटा साइंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, वर्चुअल एंड  ऑगमेंटेड रियलिटी में माइनर डिग्री कोर्स शुरू करने की योजना है।

वहीं, नवंबर माह में तकनीकी विवि का पांचवां दीक्षांत समारोह आयोजित किया जाएगा। जिसकी तिथि जल्द तय की जाएगी। इसके अलावा कई शैक्षणिक सहित अन्य प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई है। तकनीकी विवि के कुलसचिव एवं बीओजी के सदस्य सचिव कमल देव सिंह कंवर ने सभी प्रस्ताव प्रस्तुत किए। तकनीकी विवि की पिछले चार सालों की वार्षिक रिपोर्ट भी बीओजी के सदस्यों के समक्ष रखी।

बैठक में बीओजी के सदस्य डॉ सुदर्शन कुमार आईआईटी मुंबई, रमेश चंद्रू, डॉ अरुण भारद्वाज, रामानंद शर्मा, भोरंज के विधायक सुरेश कुमार, प्रो नवीन कुमार कुलपति चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर, संदीप कदम सचिव तकनीकी शिक्षा, रोहित जम्वाल विशेष सचिव वित्त विभाग, प्रो एचएम सुर्यावंशी निदेशक एनआईटी हमीरपुर, डॉ भोला राम गुर्जर निदेशक राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान चंडीगढ़, अक्षय सूद निदेशक तकनीकी शिक्षा विभाग सुंदरनगर व प्रो जयदेव अधिष्ठाता शैक्षणिक तकनीकी विवि हमीरपुर उपस्थित रहे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक