पुलिस ने दबोचे चिट्टे के सप्लायर,दस लाख से ज्यादा की संदिग्ध बैंक ट्रांजेक्शन मिली

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सोलन पुलिस की स्पेशल टीम ने पंजाब के अमृतसर से चिट्टे के दो तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। उनके खाते में दस लाख रुपये की संदिग्ध बैंक ट्रांजेक्शन पाई गई है।सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया जिला पुलिस की स्पेशल टीम ने न्यू शिमला निवासी अमित कुमार सोलन कक कंडाघाट निवासी व विनय कुमार को क़रीब 14 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। उनके द्वारा नशे की खेप के लिये प्रयुक्त किये गये दो वाहनों को भी जब्त किया गया था। दोनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर इनको चिट्टे की सप्लाई देने वाले आरोपी जीरकपुर अंकुश ठाकुर को पुलिस थाना सदर सोलन की टीम द्वारा जीरकपुर से गिरफ्तार किया गया था। जो चिट्टे का एक बड़ा सप्लायर है। जिसके ख़िलाफ़ 100 ग्राम चिट्टा तस्करी का मुक़दमा पंजाब के खरड़ थाने में दर्ज है।इस आरोपी से आगामी पूछताछ में इसके नेटवर्क के अन्य दो आरोपियों जिनसे ये चिट्टा खरीदता था, आइडेंटिफाई करके जांच की गई और थाना सोलन की टीम ने 11 मार्च को अमृतसर के रायपुर कला के गिल गांव निवासी 29 वर्षीय अजय पाल सिंह व जगजीत सिंह को अमृतसर पंजाब से गिरफ्तार कर लिया।

उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को आज न्यायालय में पेश किया जा रहा है। जांच के दौरान पाया गया कि अभियोग में गिरफ्तार पहले तीन आरोपियों ने उक्त दोनों युवकों के बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करके चिट्टा खरीदा था। इन दोनों आरोपियों के बैंक एकाउंट्स में 10 लाख रुपये से ज़्यादा के संदिग्ध ट्रांजैक्शंस पाए गए हैं।आरोपी अजय पाल सिंह चिट्टे का एक बहुत बड़ा सप्लायर है जिसके ख़िलाफ़ भी 100 ग्राम चिट्टा तस्करी का मुक़दमा पंजाब के खरड़ थाने में दर्ज है।उन्होंने बताया कि सोलन पुलिस द्वारा 2023 से अब तक बाहरी राज्यों के 93 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

जिनमें चिट्टे के 82 बड़े सप्लायर हैं, जो दिल्ली, पंजाब, हरियाणा,चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, असम, महाराष्ट्र आदि राज्यों से हैं। इनमें 8 अफ्रीकी मूल के नाइजीरियन नागरिक भी शामिल है। इन बाहरी राज्यों के तस्करों द्वारा हिमाचल प्रदेश में चलाये जा रहे चिट्टा तस्करी के 15 बड़े अंतर्राज्यीय नेटवर्कों को ध्वस्त कर दिया गया है। जिससे हज़ारों युवाओं को चिट्टा की आपूर्ति बंद हुई है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक