पीड़ित मानवता की सेवा में रेडक्रॉस सोसायटी की भूमिका महत्वपूर्ण: DC

Spread the love

पीड़ित मानवता की सेवा के लिए रेडक्रॉस सोसायटी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है, जिसके लिए समाज के सभी नागरिकों को स्वेच्छा से आगे आकर पैटर्न, वाइस पैटर्न तथा आजीवन सदस्य बनकर अंशदान करना चाहिए, ताकि जरूरतमंदों की आर्थिक तौर पर मदद की जा सके।यह उद्गार उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला रेडक्रास सोसायटी सिरमौर सुमित खिमटा ने आज उपायुक्त कार्यालय के सभागार में जिला रेडक्रॉस सोसाइटी की वार्षिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिला रेडक्रॉस सोसायटी के 9 पैटर्न, 3 वाइस पैटर्न तथा 1037 आजीवन सदस्य हैं। उन्होंने कहा पैटर्न के लिए 25 हजार, वाइस पैटर्न के लिए 12 हजार जबकि आजीवन सदस्य के लिए 2 हजार का सदस्यता शुल्क रखा गया है।

 उन्होंने कहा कि जिला रेडक्रास सोसायटी द्वारा एकत्रित धन से जरूरतमंद, गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवार के सदस्यों की बीमारी के इलाज के लिए आर्थिक मदद की जाती है। उन्होंने  समाज के सभी वर्गों से आह्वान किया कि वह सोसायटी के सदस्य बनकर पुनीत कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे।

       उन्होंने कहा कि आगामी 2 से 4 अक्तूबर, 2024 तक नाहन चौगान में रेडक्रॉस मेले का आयोजन किया जाएगा, जिसमें रेडक्रॉस की गतिविधियों  के अतिरिक्त विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जीएसटी कार्यालय के समीप रेडक्रास की भूमि पर पार्किंग बनाने का प्रयास किया जाएगा। बैठक में रेडक्रॉस के तहत कार्यरत कर्मचारियों के वेतन वृद्धि तथा बोनस पर भी सहमति हुई।

       बैठक में डॉ. यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज की कैंटीन के ऊपर दो दुकानों के किराये में बढ़ोतरी, पांवटा साहिब में वृद्धाश्रम, सफाई कर्मचारी के रिक्त पद भरने तथा खेल परिसर में सोसायटी की जिम के शुल्क के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई। सहायक आयुक्त एवं सचिव जिला रेडक्रॉस सोसायटी सिरमौर गौरव महाजन ने बैठक में मद क्रमवार प्रस्तुत किए तथा सोसायटी की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।

       इस अवसर पर एसडीएम पांवटा साहिब गुंजीत चीमा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डॉ. अजय पाठक सहित सोसायटी के सरकारी तथा गैर सरकारी सदस्य उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक