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पावर सेक्टर में घोटालों के कारण हुई विमल नेगी की मौ.त : जयराम ठाकुर

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भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पार्टी मुख्यालय दीपकमल में पत्रकारों से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के पावर सेक्टर में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है और इसी भ्रष्टाचार की परतों में दबकर एचपीपीसीएल के महाप्रबंधक विमल नेगी की संदिग्ध मौत हुई है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने 15 दिन का समय मृतक अधिकारी के परिवार को न्याय दिलाने के लिए मांगा था, लेकिन इस दौरान एक भी आरोपी से पूछताछ नहीं की गई। “सरकार यह स्पष्ट करें कि वह किसे बचा रही है? क्या यह आत्महत्या थी या फिर सुनियोजित हत्या? यह अब एक गहराता हुआ रहस्य बन चुका है,” जयराम ठाकुर ने कहा। उन्होंने मांग की कि मामले की सीबीआई जांच कराई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके।

 नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार प्रतिष्ठित कंपनियों एसजेवीएनएल और एनएचपीसी से पावर प्रोजेक्ट्स वापस लेकर आंध्र प्रदेश और कर्नाटक की कम जानी-पहचानी कंपनियों से बातचीत कर रही है। उन्होंने इसे एक सुनियोजित ‘खेल’ बताते हुए कहा कि “यह सब नेताओं और अधिकारियों के बीच चल रहे नेक्सस का हिस्सा है, जिसे सरकार दबाने की कोशिश कर रही है।”

 एचआरटीसी बसों के न्यूनतम किराए में ₹5 की बढ़ोतरी पर भी जयराम ठाकुर ने सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस फैसले से गरीब वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। “प्रदेश में एचआरटीसी ही आम जनता का मुख्य परिवहन साधन है और अब 100 मीटर चलने पर भी ₹10 किराया देना पड़ेगा। यह गरीबों की कमर तोड़ने वाला फैसला है,” उन्होंने कहा। उन्होंने सरकार को वादा-खिलाफी का दोषी ठहराते हुए कहा कि “जो पार्टी सत्ता में गारंटी और वादों के साथ आई थी, अब वही जनता के साथ निर्दयता से पेश आ रही है।”

 

 जयराम ठाकुर चौड़ा मैदान में प्रदर्शन कर रहे वोकेशनल टीचर्स से भी मिले और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को सरकार के समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि “वोकेशनल टीचर्स की मांगें जायज़ हैं और उनके समाधान से राज्य सरकार पर कोई विशेष वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा। सरकार को इस विषय पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक